मधुबनी/अंधरा ठाढ़ी(मोo आलम) आम आदमी की बात कौन कहे पत्रकारों को भी सुचना मांगने पर खुलेआम जान से मारने की धमकी दी जा रही ही। कौमी तंजीम के रिपोर्टर अली हसन ने अंधराठाढ़ी प्रखंड के हररी पंचयात के पंचयात सचिव राजदेव यादव के खिलाफ मारपीट गालीगलौज और धमकी देने का मामला दर्ज कराया है।
क्या कहता है पीड़ित पत्रकार- पुलिस को दिया अपने आवेदन में अली हसन ने कहा है कि वह अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए अपने पंचायत हररी के पंचायत सचिव राजदेव यादव को आवेदन दिया था। एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जब जन्म प्रमाण पत्र नहीं बना तो 21 अप्रैल को वो प्रखंड कार्यालय में पंचायत सचिव से मिले। उनसे मिलकर जन्म प्रमाण पत्र की मांग की। जिस पर पंचायत सचिव तैश में आ गया और कहा बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए 300 का रुपया लगता है। रुपया मिलेगा तभी तुम्हारा काम होगा। मुझे ऊपर भी पैसा पहुँचाना होता है। जब मैंने इसका विरोध किया तो पंचायत सचिव गाली गलौज करने लगा। गाली देते हुए उसने कहा कि जहां जाना है जाओ बिना पैसा के काम नहीं होगा। ज्यादा बोलोगे तो यहीं तुम्हारा हिसाब किताब कर दूंगा। मैंने इसकी शिकायत अंधराठाढ़ी प्रखंड विकास अधिकारी आलोक कुमार शर्मा से भी की। बीडीओ श्री शर्मा द्वारा कारवाई किये जाने का आश्वासन दिया गया। 22 तारीख शनिवार को शाम करीब 6 बजे खबर भेज कर अररिया संग्राम से अपने घर वापस आ रहा था। घर वापसी के क्रम में मैं डुमरीयाही चौक पास जैसे ही पहुंचा तो सामने से काले रंग का हीरो पैशन बाइक से एक आदमी आया। उसने मुझे हाथ देकर रुकने का इशारा किया। मेरे रुकते ही वह अपने बाइक से उतर कर मेरे पास आया और मेरे गले में रखे हुए गमछा को दोनों तरफ से पकड़ कर जान से मारने की नियत से उमेठने लगा। किसी तरह गमछा की पकड़ से मैंने अपना गर्दन बाहर निकाला। उसके बाद उसने मुझे पूछा कि अली हसन पत्रकार तुम ही हो। मेरे हां कहते ही उसने गाली गलोज देते हुए जान से मारने की धमकी दी। उसने धमकी देकर कहा की पंचायत सचिव राजदेव यादव से मत उलझो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। मुझे अच्छे तरीके से पहचान लो मेरा नाम नागेश्वर यादव है। मुझे पंचायत सचिव ने ही भेजा है। पंचायत सचिव से उलझोगे तो जान से हाथ धोना पड़ेगा देख नहीं रहे हो कि बिहार में इसी चलते कई पत्रकारों को जान गंवानी पड़ी है। उसके बाद उसने मेरे पॉकेट पर झपट्टा मारा और पॉकेट में रखे समाचार से संबंधित कागजात नोटबुक के साथ साथ लगभग 10000 भी छीन लिया। जाते-जाते उसने कहा कि यह सिर्फ ट्रेलर है अभी तुम्हें रंगदारी में और बहुत कुछ देना पड़ेगा। अभी भी नहीं समझोगे तो जिंदा नहीं बचोगे। अली हसन ने अपने आवेदन पत्र में थाना प्रभारी से अनुरोध किया है कि प्राथमिकी दर्ज कर उनकी जान माल की रक्षा की जाए।
क्या कहते है अधिकारी- थाना प्रभारी प्रदीप गौड़ ने कहा है कि इस तरह कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मामला दर्ज कर लिया गया है। दोषी को किसी हालात में बख्सा नहीं जायेगा।
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