नयी दिल्ली,17 अप्रैल, कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता बरकार रखने के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन( ईवीएम) के साथ वोटर वैरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रायल सिस्टम(वीवीपैट) लगाने के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से मांगी गई तीन हजार करोड़ रुपए की राशि तुरंत जारी करने की मांग की है । कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु संघवी ने आज यहां पार्टी की नियमित ब्रीफ्रिंग में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह आरोप कि ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा एक सोची-समझी साजिश के तहत उठाया जा रहा है, सरासर गलत है। उन्होंने इस बारे में प्रधानमंत्री के कल भुवनेश्वर में दिए गए बयान का हवाला देते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि श्री माेदी और सरकार दोनों इसे लेकर रक्षात्मक मुद्रा में हैं और डरे हुए हैं। हकीकत यह है कि निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव प्रक्रिया देश के संविधान के मूल ढ़ांचे का आधार है। एेसे में इसकी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाना भी जरुरी हैं। इसे देखते हुए सरकार को ईवीएम जितनी संख्या में ही वीवीपैट की व्यवस्था के लिए निर्वाचन आयोग को तीन हजार करोड़ रुपए की मांगी गई राशि तुरंत जारी करनी चाहिए । श्री सिंघवी ने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस की मांग नहीं है बल्कि 2013 में दिए अपने एक फैसले में खुद उच्चतम न्यायालय ने वीवीपैट के संबध में कहा था कि चुनाव प्रक्रिया में मतदाताओं का भरोसा बनाए रखने के लिए ईवीएम के साथ इनका होना भी जरुरी है। उन्हाेंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी कई बार वीवीपैट की जरुरत का मुद्दा उठा चुके हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि देश में इस समय कुल 16 लाख ईवीएम की तुलना में वीवीपैट सिर्फ 58 हजार हैं। साढ़े पन्द्रह लाख ईवीएम के साथ वीवीपैट नहीं हैं। हर साल केवल ढ़ाई हजार मशीनें आती हैं ये रफ्तार रही तो ईवीएम जितनी संख्या में वीवीपैट के आने में 150 वर्ष लग जाएंगे ।
सोमवार, 17 अप्रैल 2017
वीवीपैट के लिए तुरंत धन आवंटित करे सरकार : कांग्रेस
Tags
# देश
# राजनीति
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
राजनीति
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें