चित्रदुर्ग, कर्नाटक, 28 मई, रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि भारत की भूराजनीतिक स्थिति ऐसी है जहां लंबे समय से क्षेत्रीय सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, श्री जेटली ने यहां स्वदेश निर्मित मानव रहित विमान (यूएवी) के परीक्षण हेतु एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) का शुभारंभ करने के बाद यह बात कही। श्री जेटली ने कहा कि देश की सुरक्षा हेतुु स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों का निर्माण करना बहुत आवश्यक है। यूएवी का विकास एरोनॉटिकल विकास एजेंसी (एडीए) ने किया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की ओर से कर्नाटक में 4000 हजार एकड़ में फैले एरोनॉटिकल टेस्ट रेंज (एटीआर) का निर्माण किया गया है। एटीआर के शुभारंभ के अवसर पर श्री जेटली ने कहा कि पाकिस्तान, भारत का दशकों पुराना शत्रु है इसलिए देश की सुरक्षा हेतु स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों का निर्माण बहुत आवश्यक है। श्री जेटली ने कहा कि रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के लिए हमें उच्च रक्षा तकनीक की आवश्यकता है। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम विदेश से रक्षा उपकरण खरीदने के लिए बहुत अधिक धन खर्च कर रहे हैं इसलिए देश में ही रक्षा तकनीक का विकास करना बहुत आवश्यक है। एटीआर जैसी सुविधाओं से रक्षा निर्माण के क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
रविवार, 28 मई 2017
सुरक्षा के लिए स्वदेश निर्मित उपकरण आवश्यक : जेटली
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