नागपुर में शुरू हुआ पहला मल्टी मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शनिवार, 27 मई 2017

नागपुर में शुरू हुआ पहला मल्टी मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना

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नागपुर 26 मई, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और केन्द्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने आज नागपुर एयरपोर्ट परिसर में देश की पहले मल्टी-मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना का उद्घाटन किया। यह अनूठी परियोजना विभिन्न सेगमेन्ट्स के वाहनों जैसे ई-बस, ई-कैब्स, ई-रिक्शॉ और ई-ऑटो को एक ही प्लेटफॉर्म पर लायेगी जिसके माध्यम से नागपुर के नागरिक अपनी परिवहन की ज़रूरतों के अनुसार इन वाहनों की बुकिंग कर सकेंगे। पायलट परियोजना की शुरूआत 200 वाहनों के फ्लीट से होगी, जिसमें महिन्द्रा के 100 नए ईटूओ प्लस वाहन शामिल हैं। शेष वाहनों में अन्य ओईएम स्रोतों जैसे टाटा मोटर्स, काईनेटिक, बीवायडी और टीवीएस आदि के वाहन शामिल होंगे। श्री फड़णवीस और श्री गडकरी ने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इलेक्ट्रिक वाहनों की इस फ्लीट को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद एयरपोर्ट परिसर में स्थित ओला के इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया गया । यह इन्सटॉलेशन अपनी तरह का पहला चार्जिंग स्टेशन है जो वाहनों की चार्जिंग में मदद करेगा। इस मौके पर श्री गडकरी ने कहा कि भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में मौजूदा परिवहन प्रणाली और ईंधन-निर्भरता पर जल्द से जल्द विचार करना बेहद ज़रूरी है। बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल विशाल बदलाव ला सकता है और वर्ष 2030 तक भारत को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन वाला देश बनाने का मिशन निर्धारित किया गया है। यह देखकर अच्छा लगता है कि ओला और महिन्द्रा जैसी भारतीय कम्पनियां भारत सरकार के इस दृष्टिकोण पर काम करने के लिए आगे आई हैं और देश में स्थायी परिवहन की मजबूत प्रणाली के निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं। श्री फड़णवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सामुहिक सुधार के लिए सकारात्मक बदलाव लाने के लिए तैयार है और राज्य सरकार इस पहल का स्वागत करती हैं। इस पहल को समर्थन देते हुए राज्य में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण, वैट और सड़क कर में छूट दी गयी है जिससे आने वाले समय में महाराष्ट्र अपनी इस अनुकरणीय पहल के साथ अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल राज्य की भूमिका निभाएगा। महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा के प्रबन्ध निदेशक डॉ. पवन गोयंका ने कहा कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों के अग्रदूत होने के नाते उनकी कंपनी इससे खुश है कि वह भारत सरकार और ओला के साथ मिलकर नागपुर में पहली स्थायी शेयर्ड मोबिलिटी सर्विस शुरू करने जा रही हैं। बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने की सरकार की इस पहल का स्वागत करते हुये उन्होंने कहा कि मेक इन इण्डिया के दृष्टिकोण के साथ सरकार के साथ मिलकर देश में एक विशाल बदलाव लाने के लिए महिंद्रा तैयार हैं। यह पायलट परियोजना बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए मार्ग प्रशस्त करेगी। ओला पहले से इलेक्ट्रिक वाहनों और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 50 करोड़ रु का निवेश कर चुकी है, शुरूआत में नागपुर शहर के 4 महत्वपूर्ण स्थानों पर 50 से ज़्यादा चार्जिंग पॉइन्ट्स स्थापित किए गए हैं। स्थायी परिवहन प्रणाली के विकास के स्पष्ट दृष्टिकोण के साथ ओला अपने ओईएम साझेदारों जैसे महिन्द्रा के साथ इन-कार टेकनोलोजी के इस्तेमाल एवं रखरखाव के बारे में ड्राइवर साझेदारों के प्रशिक्षण पर भी निवेश करेगी।

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