नयी दिल्ली 05 मई, दक्षिण एशिया उपग्रह के सफल प्रक्षेपण पर दक्षिण एशियायी क्षेत्रीय सहयोग संघ (दक्षेस) के देशों ने आज भारत का आभार जताते हुए कहा कि यह क्षेत्र में मैत्री और सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे समृद्धि और विकास के नये रास्ते खुलेंगे। उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के बाद अफगानिस्तान, बंगलादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव के शासनाध्यक्षों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में इसके लिए भारत सरकार और श्री मोदी का आभार जताया तथा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों को बधाई दी । अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस प्रक्षेपण को एक बड़ा कदम बताते हुए कहा,“ हम मिलकर समृद्धि और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। अापसी सहयोग से हमें गरीबों और वंचितों के लिए काम करना है।” उन्होंने कहा कि विकास नागरिकों को केन्द्र में रखकर किया जाना चाहिए। आज का यह प्रक्षेपण बच्चों और महिलाओं पर केन्द्रित है और इससे शासन तक लोगों की पहुंच बनाने में सफलता मिलेगी। श्री गनी ने कहा कि उपग्रह के जरिये प्रकृति को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी।
बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रक्षेपण पर भारत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपसी सहयोग से ही क्षेत्र में समृद्धि आ सकती है और लोगों का जीवन बेहतर बनाया जा सकता है। इससे क्षेत्र में शांति, समृद्धि आने के साथ ही नये क्षेत्रों में सहयोग बढ़ेगा। भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने प्रक्षेपण को दुनिया के लिए ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इससे क्षेत्रीय सहयोग के नये युग की शुरूआत हुई है। उन्होंने इस उपग्रह को दक्षिण एशिया क्षेत्र की साझा प्रगति के लिए समर्पित करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया और कहा,“ हमारा यह उपग्रह इस क्षेत्र और भूटान जैसे छोटे देशों के लाभप्रद होगा, जिनके पास प्राैद्योगिकी नहीं है। इससे शिक्षा तथा टेलीमेडिसिन जैसे क्षेत्रों और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में मदद मिलेगी तथा वन एवं जल प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सकेगा। मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने प्रपेक्षण को पड़ोसियों को प्राथमिकता देने की भारत की नीति का उदाहरण बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नारे ‘सबका साथ, सबका विकास’ उल्लेख किया, जिस पर श्री मोदी मुस्कुरा पड़े। श्री यामीन ने कहा,“ हमें साझा बेहतरी तथा बेहतर आर्थिक संभावनाओं के लिए काम करना चाहिए।” नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार को बधाई देते हुए कहा कि इससे पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र के साथ साथ नेपाल के दूर दराज के पर्वतीय इलाकों में भी संचार सम्पर्क बढ़ाने में मदद मिलेगी। प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में भी यह मददगार होगा। श्रीलंका के राष्ट्रपति सिरीसेना मैत्रीपाला ने कहा कि उपग्रह से प्राथमिकता वाले कई क्षेत्रों में सहायता मिलेगी। इससे क्षेत्र में गरीबी दूर करने और आर्थिक स्थिति सुधारने में भी मदद मिलेगी।
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