नयी दिल्ली, 15 जून, वडोदरा की युवा रेसर मीरा एरडा देश में होने वाली फॉर्मूला रेसिंग की सर्वोच्च प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेनेवाली पहली भारतीय महिला ड्राइवर बनने जा रही हैं। उन्होंने आगामी जेके टायर एफएमएससीआई राष्ट्रीय रेसिंग चैंपियनशिप की यूरो जेके सीरीज के लिए अनुबंध किया है। मीरा ने अपने रेसिंग करियर की शुरुआत राष्ट्रीय कार्टिंग प्रतियोगिता में सबसे युवा रेसरों में शुमार होकर की थी। वह पिछले साल तक एलजीबी फॉर्मूला 4 श्रेणी में हिस्सा ले रही थीं। वहां उन्होंने वार्षिक एफएमएससीआई प्रतियोगिताओं के दौरान फॉर्मूला 4 में रूकी चैंपियन का सालाना खिताब जीता था और खुद को बड़े और धुरंधर रेसरों की टक्कर का साबित किया। जेके यूरो में बीएमडब्ल्यू एफबी 02 जैसी कार शामिल होती है, और महज 17 साल की उम्र में जेके यूरो के लिए अनुबंध करने के बाद मीरा इस ऊंचे स्तर पर पहुंचनेवाले सबसे युवा रेसरों में शामिल हो गई हैं। मीरा ने कहा,“मैंने 9 साल की उम्र से रेसिंग शुरु की थी और तब से ही फॉर्मूला वन रेसर बनने का सपना देख रही हूं। मैं जेके टायर्स और एफएमएससीआई को ये सुनहरा मौका देने के लिए शुक्रिया कहना चाहती हूं क्योंकि मुझे अपने सपने पूरे करने के लिए बड़ा मंच मिल गया है। ” रोचक बात यह है कि बारहवीं की परीक्षा देने की तैयारी कर रही मीरा के लिए आगामी सत्र काफी व्यस्त रहनेवाला है क्योंकि वह ना सिर्फ राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी बल्कि राष्ट्रीय रैली और अंतर्राष्ट्रीय कार्टिंग मुकाबलों में भी दो दो हाथ करेंगी। राष्ट्रीय रेसिंग चैंपियनशिप के प्रायोजक और आयोजनकर्ता जेके मोटरस्पोर्ट्स हैं। कंपनी के प्रमुख संजय शर्मा के मुताबिक, “मीरा की उपलब्धि के बाद ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को रेसिंग से जुड़ने की प्रेरणा मिलेगी। मैं मीरा को इस शानदार कामयाबी के लिए बधाई देना चाहता हूं। मुझे पूरा यकीन है वह इस स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन करेगी।
” मीरा ने अब तक कुल 75 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय रेस में हिस्सा लिया है।
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