अयोध्या, 31 मई, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विवादित श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण आपसी बातचीत से ही संभव है, श्री योगी आज यहा श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं मणिरामदास छावनी के महंत नृत्यगोपाल दास के 79वें जन्मोत्सव के अवसर पर योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने भी मंदिर निर्माण के लिये आपसी बातचीत का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम पक्ष आपसी बातचीत से श्रीराम जन्मभूमि मुद्दे का हल निकाल सकते हैं, यदि ऐसा हुआ तो उनकी सरकार हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि नया माहौल बन चुका है। अब नया प्रयास भी होना चाहिये। लखनऊ के ऐसे कई मुस्लिम संगठन हैं जो रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये आगे आ रहे हैं, इसलिये बातचीत से ही मंदिर निर्माण का विवाद सुलझाया जा सकता है। श्री योगी ने कहा कि भारत आस्था का देश है। आस्था देखनी हो तो देश के अंदर देखें। जिस धाम में जायेंगे वहाँ लाखों-लाख श्रद्धालु जयघोष करते हुए दिखायी देंगे। जिस प्रकार काशी में हर-हर महादेव, मथुरा में राधे-राधे की गूँज सुनायी देती है उसी तरह पशुपतिनाथ और गंगोत्री, यमुनोत्री आदि जगहों पर भगवान की गूँज सुनायी देती है। उन्होंने कहा कि जब अयोध्या धाम में प्राचीन परम्परा के साथ कोई आता है तो उसका स्वाभाविक जुड़ाव मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के साथ जुड़ जाता है और उसके मुँह से बरबस ही जय श्री राम निकल पड़ता है। अयोध्या के संतों ने धार्मिक जगत को बहुत कुछ दिया। महंत नृत्यगोपाल दास के नेतृत्व में यह नगरी धार्मिक, आध्यामिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में आगे बढ़ी। इसलिये आपसी संवाद व सौहार्दपूर्ण राम मंदिर के विवाद का पटाक्षेप करना होगा।
गुरुवार, 1 जून 2017
आपसी सहमति से हो अयोध्या में राम मन्दिर का निर्माण : योगी
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