दरभंगा 17 जून, बिहार में दहेज मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां गांधी जयंती के मौके पर विशेष अभियान चलाने की घोषणा की है वहीं दूसरी तरफ मिथिलांचल की धरती पर मैराथन धावक आर.के. दीपक समेत बड़ी संख्या में युवाओं ने साठ किलोमीटर की लंबी दौड़ पूरी कर दहेज के खिलाफ लड़ाई में अनोखी पहल की है। दहेज मुक्त मिथिला परिवार के तत्वावधान में दहेज मुक्त समाज के लिये बिरौल से दरभंगा तक जाने माने मैराथन धावक आर.के. दीपक के नेतृत्व में कई युवाओं ने दौड़ लगायी। मिथिला की वर्तमान दयनीयता का सबसे बड़ा कारक तत्त्व माने जाने वाले दहेज प्रथा को पूरी तरह से खत्म करने के उद्देश्य से पिछले छह वर्षों से यहां के युवाओं को दहेज का व्यवहार समाप्त करने के लिये स्वसंकल्पित बनाया जा रहा है। अभियान से लोगों को बेहतर ढंग से जोड़ने के लिये मिथिला की सांस्कृतिक राजधानी कही जाने वाली दरभंगा की धरती पर आज बिरौल बाजार से लेकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वार तक लगभग 60 किलोमीटर की दौड़ मैराथन धावक आर के दीपक समेत कई युवाओं ने पूरी की। यह विशेष दौड़ बिरौल से तड़के करीब तीन बजे शुरू हुई जो कुशेश्वरस्थान - दरभंगा मुख्य सड़क मार्ग होते हुए करीब 11 बजे दिन में विश्वविद्यालय गेट पर खत्म हो गयी। धावन मार्ग में मौजूद विभिन्न चौक-चौराहों पर नुक्कड़ के जरिए ‘दहेज भगाओ - बेटी बचाओ’ के नारे को बुलन्द किया गया। इस दौरान लोगों से आह्वान किया गया कि वे मिथिलांचल के सभी लोगों तक समाज के लिए अभिशाप बनी दहेज प्रथा से मुक्त करने में अपना हरसंभव योगदान देंगे। इस मौके पर दहेज मुक्त मिथिला के अन्तर्राष्ट्रीय संयोजक प्रवीण नारायण चौधरी, महासचिव कुणाल ठाकुर, मुरारी मोहन झा के अतिरिक्त कई साहित्यकार, समाजसेवी और अन्य लोग भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार भी दहेज प्रथा के खिलाफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती दो अक्टूबर से अभियान चलाने की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने राज्य में शराबबंदी, नशाबंदी की तरह दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ भी अभियान चलाने की घोषणा की है। श्री कुमार लोगों से दहेज लेने-देने वाली शादियों के बहिष्कार का भी आह्वान किया है।
रविवार, 18 जून 2017
दरभंगा : दहेज मुक्त समाज के लिए धावकों ने लगाई 60 किलोमीटर की दौड़
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