मधुबनी : नोकझोंक शोरशराबे के बीच नगर परिषद बोर्ड की पहली बैठक समाप्त हुई. मुख्य पार्षद सुनैना देवी की अध्यक्षता में आयोजित बोर्ड की बैठक में सभी सदस्यों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. बैठक के दौरान सत्ता पक्ष व विपक्ष साथ - साथ बैठे थे. मुख्य पार्षद के आदेश पर कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा ने बैठक की कार्यवाही शुरू की. विपक्ष ने दिया सहयोग का आश्वासन. बोर्ड की कार्रवाई शुरू होने पर पूर्व मुख्य पार्षद खालिद अनवर ने मुख्य पार्षद के आदेश से सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव में जीत हार लगा रहता है. जनता ने हमें शहर में विकास की जिम्मेवारी दी इसके लिए हम सदस्य लग जाना चाहिए. शहर से बाहर हमारी पहचान नगर परिषद बोर्ड के सदस्य के रूप है. उन्होंने प्रतिपक्ष के नेता के नाते मुख्य पार्षद को आश्वासन दिया. मुख्य पार्षद सुनैना देवी ने कहा कि शहर की समस्याएं गंभीर हैं. सदस्य ही निदान कर सकेंगे. इसके लिए यह मिल जुल कर मदद करें. जब शहर के 30 वार्ड सदस्य व विभागीय अधिकारी मिल कर समस्या के निदान को आगे आयेंगे तो ऐसी कोई समस्या ही नहीं है जिसका निदान वे लोग नहीं कर सकते हैं.
वार्ड 17 के पार्षद इश्तियाक अहमद ने थाना मोड के समीप वाटसन कैनाल की सफाई का मामला उठाया तो सदस्यों ने कहा कि यह एजेंडा में पहले से शामिल है. पार्षद जामुन सहनी ने निर्माणाधीन नाला का निर्माण कार्य रूके रहने का मामला उठाया तो कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि सदस्य लिखित रूप से जानकारी उपलब्ध कराये. योजना की जांच कर निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार पर कार्रवाई की जायेगी. पार्षद जयशंकर साह ने कहा कि बिना भेद भाव के वार्ड में विकास कार्य होना चाहिए. आधे घंटे की बैठक में सभी एजेंडा पर पक्ष विपक्ष की सहमति बनी. सशक्त स्थायी समिति की बैठक लिए गये निर्णय की संपुष्टि, तीनों कैनालों की सफाई, सफाई कार्य के लिए उपकरण की खरीद तथा योजनाओं के क्रियान्वयन के एजेंडा पर सहमति बनी. मौके पर मुख्य पार्षद सुनैना देवी, उप मुख्य पार्षद बारिश अंसारी कार्यपालक पदाधिकारी जटाशंकर झा, खालिद अनवर,सुभाष चंद्र मिश्र, मनीष सिंह, जयशंकर साह, सुरेंद्र मंडल, धर्मवीर प्रसाद, रेखा नायक, बेनजीर खालिद, रेहाना खातून, वीणा देवी सहित करीब 27 सदस्य उपस्थित थे.
शायद यह नप की पहली बैठक रही होगी जिसमें खुद उप मुख्य पार्षद ने अपने ही द्वारा हस्ताक्षरित एजेंडा का विरोध किया. हुआ यह कि बैठक में दिये गये एजेंडा पर बारी-बारी से चर्चा की प्रक्रिया शुरू ही हुई थी कि उप मुख्य पार्षद बारिश अंसारी एजेंडा पर चर्चा से असहमति जताते हुए इसका विरोध करते हुए एजेंडा व बैठक को निरस्त करने की मांग शुरू कर दी. उप मुख्य पार्षद के इस पहल पर सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्षी भी हक्के बक्के हो गये. आम तौर पर सदस्यों ने तो सदन में सत्ता पक्ष को उनके द्वारा लाये गये एजेंडे को हर हाल में पारित कराने के लिए बहस करने व विपक्षी को उस एजेंडा का विरोध करते हुए देखा व सुना था. पर उपमुख्य पार्षद के विरोध के बाद बैठक की कार्यवाही पर विपक्षी सदस्यों ने ऐतराज जताया.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें