पटना 13 अगस्त, नेपाल और बिहार के जलग्रहण क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश से गंगा समेत राज्य की सात नदियों के जलस्तर का खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से आठ जिले पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधुबनी और सुपौल में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मोतिहारी से प्राप्त सूचना के अनुसार, पूर्वी चम्पारण जिले के ढाका प्रखंड के गुआवारी एवं तपही गांव में आज लालबकिया नदी का दायां तटबंध टूट जाने से ढाका एवं पताही प्रखंड का 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। तटबंध टूटने से अचानक आयी बाढ़ के कारण ढाका प्रखंड के दो परिवार के छह सदस्य बह गये। इनमें से दो लोगों का शव बरामद कर लिया गया है जबकि अन्य चार की तलाश जारी है। बाढ से गुरैनमा के निकट रेलवे लाईन क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे रक्सौल और सीतामढ़ी के बीच ट्रेनों का परिचालन बाधित है। बैरगनिया से रक्सौल के बीच भी ट्रेनों की आवाजाही ठप है। ढाका प्रखंड के पचपकड़ी गांव में राज्य उच्च पथ के ऊपर से पानी बह रहा है जिससे उच्च पथ पर आवागमन बाधित हो गया है। सिकरहना के अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार रजक ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास चल रहा है तथा प्रशासन हर स्तर पर मुस्तैद है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व बाढ़ नियंत्रण कक्ष के आधिकारिक सूत्रों ने बताया था आज दिन में ललबकिया नदी में अप्रत्याशित पानी आने से दांया मार्जिनल तटबंध पर ढाका प्रखंड के बलुआ गांव के पास बाढ़ का पानी ऊपर से बह रहा है। बाढ़ का पानी तटबंध के ऊपर से बहने के कारण कुछ दूरी तक लम्बाई में क्षतिग्रस्त हो गया है। मरम्मति का काम किया जा रहा है।
रविवार, 13 अगस्त 2017
पूर्वी चंपारण में लालबकिया नदी का तटबंध टूटने से डूबे 50 से अधिक गांव
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