नयी दिल्ली, 13 अगस्त, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष्य में स्कूलों में आयोजित किए जाने वाले ‘संकल्प’ कार्यक्रम पर पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। श्री जावड़ेकर ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि पांच वर्ष बाद 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ तक देश को गरीबी, भ्रष्टाचार, आतंकवाद, संप्रदायवाद और जातिवाद से मुक्त कर नए भारत के निमार्ण के संकल्प के लिए उनके मंत्रालय ने नौ अगस्त से 30 अगस्त तक सभी स्कूलों और कालेजों तथा अन्य शिक्षण संस्थाओं में संकल्प कार्यक्रम आयेाजन किए जाने का सुझाव देते हुए एक परिपत्र जारी किया था। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने इस परिपत्र की अवहेलना करते हुए अपने राज्य में सभी स्कूलों और कालेजों काे ‘संकल्प दिवस’ नहीं मनाने का निर्देश जारी किया है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उम्मीद है कि राज्य सरकार इस बारे में समझदारी से काम लेगी। श्री जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत छोड़ो आंदोलन के 2022 में 75 वर्ष पूरे होने तक अगले पांच साल ‘संकल्प से सिद्धि’ के तहत नए भारत के निमार्ण का संकल्प लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि स्कूली बच्चे स्वेच्छा से इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों में देश भावना जागृत करना है एक ऐसा आंदोलन शुरु करना है जिसमें समस्त देशवासी शरीक हों।
रविवार, 13 अगस्त 2017
दुर्भाग्यपूर्ण है संकल्प कार्यक्रम पर ममता सरकार का फैसला: जावड़ेकर
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