पटना 06 सितंबर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर साल भीषण बाढ़ का सामना कर रहे लोगों के बचाव के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत को पांच-पांच नाव उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। श्री कुमार ने यहां आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की हुई 10 वीं बैठक में इस बार राज्य में बाढ़ की स्थिति को देखते हुये प्रत्येक ग्राम पंचायत में पांच नाव उपलब्ध कराने तथा कुछ लोगाें को नाव परिचालन का प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। उन्होंने नाव की व्यवस्था तथा लोगों को प्रशिक्षण की राशि विधायक तथा सांसद कोष से उपलब्ध कराने तथा बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संबंधित विभाग के साथ इस पर विचार करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में छह करोड़ से भी अधिक लोग मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे हैं उन तक आपदाओं के प्रति जागरुकता तथा बचाव की जानकारियां कैसे पहुंचायी जाये तथा मास मैसेजिंग एवं विज्ञापन के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक सम्पर्क साधने पर विचार करना होगा। उन्होंने जमींदारी बांध के संबंध में कहा कि प्राधिकरण द्वारा विस्तृृत सर्वेक्षण किये जाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने जिला आपदा प्रबंधन योजना की अद्यतन स्थिति उपलब्ध कराने तथा उसे अकादमिक एवं सैद्धांतिक न बनाकर जमीनी हकीकत को शामिल करते हुए ठोस योजना बनाने का आदेश दिया। उन्होंने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को प्रशिक्षण पर और अधिक ध्यान केन्द्रित करने का आदेश दिया। उन्होंने राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) में दल की संख्या मौजूदा 16 से बढ़ाकर 50 करने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने बिहार के विद्यालयों (प्राथमिक एवं उच्च), अस्पताल तथा सभी मेडिकल काॅलेजों के रेट्रोफिटिंग के लिए आकलन किये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने शिक्षा विभाग को प्राथमिक एवं उच्च विद्यालयों, अस्पताल तथा सभी मेडिकल काॅलेजों के रेट्रोफिटिंग के लिए बजट निर्धारित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्राप्त निष्कर्षाें एवं विश्लेषण के आधार पर ही कार्य योजना बनायी जाये। बैठक में उपस्थित उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नाव में सरकार की ओर से लाईफ जैकेट की उपलब्धता सुनिश्चित कराने पर का सुझाव दिया। बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चन्द्र यादव समेत राज्य मंत्रिमण्डल के सभी मंत्री, प्राधिकरण के सदस्य उदयकांत मिश्र, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के कमल किशोर, पुलिस महादिनेशक पी. के. ठाकुर, सभी विभागों के प्रधान सचिव एवं सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अतीष चन्द्रा एवं मनीष कुमार वर्मा के अलावा अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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