ढाका, 21 सितंबर, बांग्लादेश सरकार के एक मंत्री ने आज कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के बीच परिवार नियोजन अभियान चलाया जाएगा । म्यांमा के जातीय अल्पंसख्यक नागरिकों के बड़े पैमाने पर बांग्लादेश में दाखिल होने के बाद इन शरणार्थियों की जनसंख्या में तेजी से बढ़ोतरी की आशंका के बीच मंत्री ने यह बयान दिया है । अधिकारियों ने बताया कि रोहिंग्या समुदाय को अपने परिवार का आकार छोटा रखने के लिए प्रेरित करने की योजना तैयार की जा रही है । उन्हें जन्म नियंत्रण गोलियां और अन्य गर्भ निरोधक दिए जा रहे हैं ताकि वे परिवार नियोजन के साथ ही यौन संचारी रोगों की चपेट में आने से बच सकें । बांग्लादेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मोहम्मद नसीम ने पीटीआई को बताया, ‘‘यौन संचारी रोगों एवं जन्म नियंत्रण के तौर-तरीकों के बारे में रोहिंग्या समुदाय के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए हमने अब तक छह मेडिकल टीमें बनाई हैं ।’’ अधिकारियों और विशेषज्ञों ने बताया कि यह पहल अहम है, क्योंकि पिछड़ेपन के शिकार रोहिंग्या समुदाय में प्रजनन दर अधिक है जबकि जन्म नियंत्रण उपायों के बारे में उन्हें कुछ खास पता नहीं है । मंत्री ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) ने कहा कि 25 अगस्त को शरणार्थियों के आने का सिलसिला हाल में शुरू होने के बाद से दक्षिण-पश्चिमी बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में अस्थायी रोहिंग्या शिविरों में तैनात दाइयों ने कम से कम 200 बच्चे पैदा होते देखा है ।
गुरुवार, 21 सितंबर 2017
रोहिंग्या शरणार्थियों को अपनी आबादी काबू में रखने का किट मुहैया कराएगी बांग्लादेश सरकार
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