नयी दिल्ली, 21 सितंबर, नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 सितम्बर को वाराणसी में 50 एमएलडी क्षमता वाले जलमल शोधन संयंत्र (एसटीपी) की आधारशिला रखेंगे। जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार यह संयंत्र हाइब्रिड एन्यूटी- मॉडल पर आधारित है। नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत निर्मल गंगा के लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह एक बड़ा कदम है। मंत्रालय के अनुसार, 153.16 करोड़ रुपये की लागत वाले इस संयंत्र के निर्माण, परिचालन एवं रख-रखाव का कार्य एक कॉन्सोर्टियम को दिया गया है, जिसकी अगुवायी एस्सेल इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नामक कम्पनी कर रही है। भारत सरकार द्वारा अनुमोदित हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत केन्द्र सरकार इस परियोजना का 100 प्रतिशत खर्च वहन करेगी। इस मॉडल के तहत एसटीपी का विकास, परिचालन और रख-रखाव स्थानीय स्तर पर बनाई गई एक विशेष कंपनी (एसपीवी) करेगी। इस मॉडल के अनुसार लागत की 40 प्रतिशत राशि का भुगतान निर्माण के दौरान किया जाएगा और शेष 60 प्रतिशत राशि का भुगतान अगले 15 वर्षों के दौरान वार्षिक तौर पर किया जाएगा जिसमें परिचालन और रख-रखाव का खर्च भी शामिल होगा।
गुरुवार, 21 सितंबर 2017
मोदी कल वाराणसी में जलमल शोधन संयंत्र की आधारशिला रखेंगे
Tags
# उत्तर-प्रदेश
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
उत्तर-प्रदेश,
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें