पटना 6 नवम्बर 2017, भाकपा-माले के बिहार राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद रावण पर रासुका लगाने से मोदी-योगी की सरकार और भाजपा का दलित विरोधी चरित्र व चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है. एक तरफ भाजपा अल्पसंख्यकों के खिलाफ दलितों को लड़ाकर सांप्रदायिक उन्माद पैदा करने की देशव्यापी कोशिश कर रही है, तो दूसरी ओर दलितों को भी तरह-तरह से प्रताड़ित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. देश की जनता जानना चाहती है कि आखिर भीम आर्मी के चीफ से देश की सुरक्षा को क्या खतरा है? उन पर रासुका ऐसे वक्त लगायी गयी जब हाइकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी और वे जेल से बाहर आने वाले थे. इस अलोकतांत्रिक कदम की हमारी पार्टी घोर निंदा करती है. उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश में जब से योगी की सरकार आई है, सामंती ताकतों द्वारा दलितों पर हमले तेज हो गये हैं और योगी सरकार पूरी तरह उनके दबाव में है. भाजपा की दलित विरोधी कार्रवाइयों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.माले राज्य सचिव ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद रावण पर से हम अविलंब रासुका हटाने की मांग करते हैं. 6 नवम्बर को भोजपुर व सिवान में इस मांग को लेकर प्रतिरोध मार्च आयोजित किया जाएगा. राज्य के अन्य हिस्सों में भी इस सवाल पर कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. आइसा-इंकलाबी नौजवान सभा द्वारा आगामी 7 नवम्बर से निकल रहे छात्र-युवा अधिकार अभियान के तहत भी हम इस सवाल को प्रमुखता से उठायेंगे. साथ ही, देश के राष्ट्रपति के नाम दलित छात्रावासों व अन्य स्थानों पर चंद्रशेखर पर से रासुका हटाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा.
सोमवार, 6 नवंबर 2017
भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर पर रासुका लगाना लोकतंत्र की हत्या: माले
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