नयी दिल्ली 13 नवंबर, भारत और कनाडा ने आपसी भागीदारी मजबूत करने, व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते की वार्ता में तेजी लाने और वस्तु एवं सेवा के व्यापार को संतुलित बनाने पर सहमति व्यक्त करते हुए आज कहा कि दोनों पक्षों को आपसी संबंधों को सुदृढ़ बनाने की व्यापक संभावनाओं पर जोर देना चाहिए। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने आज यहां बताया कि भारत और कनाडा की वार्षिक मंत्रिस्तरीय निवेश व्यापार बैठक में दोनों पक्षों ने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार संभावनाओं से कम है जबकि दाेनों पक्षों के बीच निवेश और व्यापार की व्यापक संभावनाएं हैं। बैठक में कनाडाई उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कनाडा के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री फ्रांकोईश फिलिप शैंपेन ने किया और भारतीय पक्ष की अगुवाई वाणिज्य एवं उद्याेग मंत्री सुरेश प्रभु ने की। वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार में तेजी लाने के तौर तरीकों पर चर्चा हुई। इसके अलावा व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते की बातचीत को तेजी से पूरा करने, वस्तु एवं सेवा के व्यापार को संतुलित बनाने , व्यापार की नयी संभावनाएं तलाशने और विदेशी निवेश प्रोत्साहन एवं संरक्षण समझौते पर विचार विमर्श किया गया। चर्चा के दौरान कनाडा के अस्थायी विदेशी श्रमिक कार्यक्रम में भारतीय हितों की रक्षा की संभावनाओं पर भी बातचीत की गयी। बैठक के दौरान कनाडा ने भारत की जरुरत के अनुरुप दलहन की खेती की पेशकश की और इसके अनुरूप नीति बनाने का अनुरोध किया। दोनों देशों के आपसी संबंध बहुत पुराने हैं। कनाडा में 12 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग रहते हैं। कुल आबादी में इनकी हिस्सेदारी तीन प्रतिशत है। दोनों देशों का मानना है कि दोनों पक्षों के बीच आपसी व्यापार की व्यापक संभावनाएं है जिनका इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
सोमवार, 13 नवंबर 2017
भारत और कनाडा आपसी निवेश और व्यापार बढ़ाने पर सहमत
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