नयी दिल्ली. 07 दिसम्बर, कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘नीच’ शब्द कहे जाने पर मचे बवाल पर सफाई देते हुए आज कहा वह हिंदी भाषी नहीं हैं उन्होंने अंग्रेजी के “ लो ” शब्द का अनुवाद किया था और इससे कोई अन्य अर्थ निकलता है तो इसके लिए वह माफी मांगते हैं। श्री अय्यर ने आज श्री मोदी के लिए “ नीच ” और “ असभ्य” शब्दों का इस्तेमाल किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूरत में रैली को संबोधित करते हुए उन्हें ‘नीच’ कहने को कांग्रेस की हताशा और ‘सल्तनती और मुगली’ मानसिकता का परिचायक बताया। उन्होंने राज्य के लोगों से प्रधानमंत्री और “गुजरात के बेटे” के लिए ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने का बदला चुनाव के जरिये लेने और कांग्रेस नेताओं के खिलाफ अभद्र शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने की अपील की। भाजपा ने भी इस बयान को लेकर कांग्रेस और उसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। श्री अय्यर की टिप्पणी को लेकर मचे बवाल पर श्री गांधी को स्वयं सामने आना पड़ा। उन्होंने श्री अय्यर के बयान से असहमति जताते हुये कहा कि वह तथा कांग्रेस चाहती है कि इस के लिये वह लिए माफी मांगे। इसके तुरंत बाद श्री अय्यर ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब अम्बेडकर के नाम पर बने केन्द्र के उद्घाटन के अवसर पर कांग्रेस और श्री गांधी पर तीखी टिप्पणियां क्यों की । प्रधानमंत्री रोजाना हमारे नेताओं के खिलाफ कुछ न कुछ बोल रहे हैं 1 उन्होंने कहा “ मैं फ्रीलांस कांग्रेसी हूं , पार्टी में मैं किसी पद पर नहीं हूं , पार्टी का प्रवक्ता नहीं हूं , इसलिए प्रधानमंत्री को मैं उनकी भाषा में जवाब दे सकता हूं ।”
इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर कि श्री गांधी के उनसे माफी मांगने के लिये कहा है श्री अय्यर ने कहा कि वह श्री गांधी से मिलेंगे और जो निर्देश मिलेगा उसका पालन करेगें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह हिंदी भाषी नहीं है और अंग्रेजी के शब्द का मन में अनुवाद कर हिंदी बोलते हैं। उन्होंने “नीच” शब्द अंग्रेजी के “लो” शब्द के लिये किया। यदि उनके द्वारा इस्तेमाल शब्द का कोई और अर्थ निकलता है तो वह इसके लिये वह ‘माजरत’(माफी) करते हैं। श्री अय्यर ने इससे पहले श्री मोदी के खिलाफ तल्ख टिप्पणी करते हुये कहा था कि वह बहुत नीच किस्म के आदमी हैं और उनमें कोई सभ्यता नहीं है। उन्होंने कहा कि डा़ अंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिये सबसे बड़ा योगदान पंडित जवाहर लाल नेहरु का रहा है और श्री मोदी ऐसे परिवार के बारे में ‘गंदी राजनीति’ कर रहे हैं।
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