पटना 12 जनवरी, भूकंप आने पर जानमाल की क्षति रोकने के उद्देश्य से लोगों को जागरूक बनाने के लिए बिहार में 15 जनवरी से भूकंप सुरक्षा सप्ताह शुरू होगा जो 21 जनवरी तक चलेगा। बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष व्यासजी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 15 से 21 जनवरी तक चलने वाले इस सुरक्षा सप्ताह में भूकंप आने पर जोखिम न्यूनीकरण के लिए लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा को तो रोका नहीं जा सकता लेकिन लोगों को सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक बनाया जाये और उन्हें पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाये तो आपदा के प्रभाव को अवश्य कम किया जा सकता है। श्री व्यासजी ने कहा कि सुरक्षा सप्ताह के दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ द्वारा राजधानी पटना के महत्वपूर्ण सरकारी भवनों में भूकंप के समय सुरक्षा उपायों के बारे में लोगों को बताया जाएगा। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सप्ताह का पहला कार्यक्रम 15 जनवरी को मगध महिला कॉलेज में आयोजित होगा। इसके बाद 17 जनवरी को यह कार्यक्रम बिहार विधानसभा और विधान परिषद् में होगा।
अध्यक्ष ने बताया कि एसडीआरएफ टीम भूकंप की चुनौतियों का सामना करने के लिए लोगों को आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने के बारे में बताएगी। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल(पीएमसीएच), सेंट कैरेन स्कूल, आरपीएस स्कूल और नियोजन भवन में भी कार्यक्रम के माध्यम से सुरक्षा उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करेगी। उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में कर्मचारियों को भूकंप के दौरान मरीजों को बाहर निकालने या उन्हें सुरक्षित रखने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। श्री व्यासजी ने बताया कि सुरक्षा सप्ताह के दौरान लोगों को जागरूक बनाने के उद्देश्य से जैविक उद्यान, एस. के. पुरी पार्क, पटना जंक्शन, पटना विश्वविद्यालय, राजेंद्र नगर टर्मिनल, बाजार समिति, सैदपुर हॉस्टल और पाटलीपुत्र रेलवे स्टेशन परिसर में नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किया जाएगा। इस दौरान विद्यालय के छात्र-छात्राओं को नारा लिखने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ ही वहां पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। इस प्रतियोगिता के विजेताओं को 21 जनवरी को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पुरस्कार भी दिया जाएगा। अध्यक्ष ने कहा कि सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सुरक्षा सप्ताह के दौरान सुरक्षा उपायों को अपनाने के प्रति जागरूक करने के लिए वे अपने क्षेत्रों में भी प्रतियोगिता का आयोजन करें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भवन निर्माण विभाग से आग्रह किया गया है कि लोगों को भूकंपरोधी भवन बनाने के लिए तकनीकी सलाह देने के उद्देश्य से जिला स्तर पर केंद्र शुरू करे।
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