पटना 12 जनवरी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बक्सर जिले के नंदन गांव में आज उनके काफिले पर की गई रोड़ेबाजी को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि घटना की जांच के बाद ही इसके वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। समीक्षा यात्रा के क्रम में बक्सर पहुंचे श्री कुमार ने यहां आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “ नंदन गांव की घटना की जांच होगी, तब असली कारण का पता चलेगा। हम विकास का काम करते हैं तो उकसावे और बहकावे की राजनीति में जुटे कुछ लोगों को परेशानी होती है, जिसकी मुझे कोई परवाह नहीं है। बिहार की जनता ने सेवा करने का मौका दिया है और हम न्याय के साथ विकास का काम करते हैं। हमारा रिश्ता लोगों की सेवा करने से है, उनके वोट से नहीं।” मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना की चर्चा करते हुए कहा कि हर पंचायत में सात निश्चय के तहत निर्धारित विकास के काम होने हैं, जिसे 4 साल में हर हाल में पूरा करना है। कुछ लोगों के अंदर जो गलतफहमी है, वह अपने आप दूर हो जाएगी और किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध करने का संवैधानिक अधिकार सबको है और इस तरह की हरकतों से अपनी बात को बुनियादी चीजों से भटकने नहीं देंगें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हर घर तक बुनियादी सुविधायें पहुंचाना चाहती हैं, जिसको निश्चय का नाम दिया गया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी सुविधाएं, पुल-पुलिया, सड़क निर्माण जैसे हर क्षेत्र में विकास का काम तेजी से हो रहा है।
श्री कुमार ने कहा कि बिहार पहला राज्य है, जहां प्राथमिक शिक्षक नियोजन, पंचायती राज और नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। लड़कियों के लिए पोशाक योजना और साइकिल योजना की शुरुआत की गई। उन्होंने कहा कि अब तक बिहार में आठ लाख स्वयं सहायता समूह का गठन हो चुका है और सरकार का लक्ष्य इसे दस लाख करने का है। जब महिलाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी, तभी वास्तव में महिला सशक्तिकरण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत चार लाख रुपये का ऋण, स्वयं सहायता भत्ता और कुशल युवा कार्यक्रम के जरिए युवाओं को भी मजबूत किया जा रहा है। बेहतर रोजगार की तलाश में जुटे युवाओं को दो साल तक स्वयं सहायता भत्ता के माध्यम से एक हजार रूपये मुहैया कराया जा रहा है। कम्प्यूटर प्रशिक्षण, संवाद कौशल और व्यवहार कौशल की ट्रेनिंग भी युवाओं को कुशल युवा कार्यक्रम के जरिए मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक संस्थान, जीएनएम संस्थान, पारा मेडिकल संस्थान, महिला आईटीआई और हर सब डिवीजन में एएनएम स्कूल आईटीआई स्थापित किया जा रहा है ताकि बिहार के युवाओं को पढ़ने के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। श्री कुमार ने कहा कि कृषि रोड मैप बनाकर कृषि के क्षेत्र में काम करने वाले उस हर व्यक्ति को समृद्ध करना चाहते हैं। सरकार का लक्ष्य हर हिंदुस्तानी की थाली में बिहार का एक व्यंजन पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004-05 में अनाज का प्रोक्योरमेंट न के बराबर होता था। अब पैक्स के माध्यम से विकेंद्रीकृत तरीके से अनाज का प्रोक्योरमेंट हो रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जहां 17 प्रतिशत नमी तक वाले धान की ही अधिप्राप्ति होती थी, जिसे इस वर्ष बढ़ाकर केंद्र सरकार ने 19 प्रतिशत कर दिया है। पहले जहां 50000 मीट्रिक टन ही धान की अधिप्राप्ति हो पाती थी, वह नमी की मात्रा बढ़ाए जाने के बाद इस वर्ष अब तक 230000 मीट्रिक टन से भी ज्यादा धान की अधिप्राप्ति की गई है।
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