नयी दिल्ली, 12 जनवरी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उच्चतम न्यायालय के चार न्यायाधीशों के प्रेस कांफ्रेंस कर न्यायालय के कामकाज पर सवाल उठाने को अभूतपूर्व और गंभीर घटना करार देते आज कहा कि जो मुद्दे उठे हैं उन पर गम्भीरतापूर्वक विचार किया जाना चाहिए। श्री गांधी ने यहां कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा “यह घटना पहली बार हुई है। चार जजों ने एक साथ सवाल पूछे हैं। यह गंभीर मामला है। श्री गांधी ने कहा“ न्यायाधीशों ने जरूरी सवाल उठाए हैं और इन सवालों को ध्यान से देखा जाना चाहिए। इन न्यायाधीशों ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया है जिसका समाधान करने की जरूरत है।” कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्रीय जांच ब्यूरो के न्यायाधीश बी एच लोया की मौत का मुद्दा भी उठाया और कहा कि इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीशों से करायी जानी चाहिए। न्यायाधीश लोया गुजरात के सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़ मामले के ट्रायल जज थे। न्यायाधीश लोया की 2014 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी और इस मामले की उच्चतम न्यायालय में सुनवाई चल रही है। गौरतलब है कि देश के इतिहास में पहली बार उच्चतम न्यायालय के चार मौजूदा न्यायाधीशों ने अपना कामकाज छोड़कर आज आनन-फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाई और मुख्य न्यायाधीश की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि सर्वोच्च अदालत की कार्यप्रणाली में प्रशासनिक व्यवस्थाओं का पालन नहीं किया जा रहा है और सुनवाई के लिए महत्वपूर्ण मुकदमों के आवंटन में मनमाना रवैया अपनाया जा रहा है।
शनिवार, 13 जनवरी 2018
न्यायाधीशों के सवालों का समाधान जरूरी : राहुल गांधी
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