- भौडागढी और राजनगर हमारी पहचान : अशोक
- जे.एन. कॉलेज में दिखा तिरहुत का गौरवशाली इतिहास तस्वीरों के माध्यम से दिखाया गया मधुबनी के दो सौ वर्षों का सफर
मधुबनी । मधुबनी के जिलाधिकारी एस के अशोक ने कहा है कि राजनगर और भौडागढी हमारी पहचान है। इन धरोहरों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा। श्री अशोक आज क्लब मधुबनी के बैनर तले आम लोगों में धरोहर के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए जे.एन. कॉलेज , मधुबनी में एक खास तरह की फोटो प्रदर्शनी सह संगोष्ठि का उदघाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। करीब दो सौ वर्षों की तस्वीरों को देखने के बाद उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से हमें अपनी विरासतों को जानने देखने और समझने का मौका मिलता है। नयी पीढियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। हमें यह जानने का अवसर मिलता है कि किस प्रकार हमारा इलाका देश और दुनिया से जुड़ा हुआ था। उन्होंने अगले वर्ष से मिथिला महोत्सव के दौरान भी ऐसी फोटो प्रदर्शनी लगाने की बात उन्होंने कही। धरोहरों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राजनगर के विकास के लिए वो राज परिवार के संपर्क में हैं और भौडागढी के संबंध में भी उकी राज परिवार से वार्ता हो रही है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस इलाके की राजनीति आर्थिक और सामाजिक समृद्धिता का पता इन तस्वीरों से चलता है और इस इलाके के विकास में यह जानकारी एक अहम भूमिका निभा सकती है।
मधुबनी के पूर्व विधायक राजकुमार महासेठ ने कहा कि इन तस्वीरों को देखकर कई पुरानी यादें और लोग याद आ गये। श्री महासेठ ने कहा कि अभी भी अगर हम अपनी धरोहरों के प्रति सचेत हो गये तो बहुत कुछ बचाया जा सकता है। कांग्रेस के पूर्व सांसद शकील अहमद ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन बहुत देर से हुआ। इसे पहले हो जाना चाहिए था। इन तस्वरों को देखना सचमुच में एक अनोखा अनुभव है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जेएन कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रेम प्रसाद ने कहा कि इस प्रकार की प्रदर्शनी से युवाओं को अपनी धरोहरों को समझने का मौका मिलेगा और उनके प्रति लगाव बढ़ेगा। आगत अतिथियों का स्वागत अजयधारी सिंह ने किया, जबकि संतोष कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के संयोजक अभय अमन सिंह ने बताया कि प्रदर्शनी को देखने के लिए करीब 3 हजार लोग आये है।
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