नवादा 29 मार्च, बिहार के नवादा जिले में एक ऑटो गैराज चलाने वाले मैकेनिक अवधेश कुमार उर्फ जुम्मन मिस्त्री ने संसाधनों के अभाव के बावजूद ऐसा कारनामा कर दिखाया, जो रेलवे और रेल यात्रियों के लिए वरदान साबित हो सकता है। नवादा के प्रसाद विगहा मुहल्ला के गैराज मिस्त्री अवधेश ने महज 70 हजार रुपये की लागत से छोटी-छोटी चीजों को मिलाकर मानवरहित आॅटोमेटिक रेलवे क्राॅसिंग फाटक बनाया है, जो ट्रेन के आने से पहले स्वतः बंद हो जाएगा और गुजरने के बाद स्वतः खुल जाएगा। जुम्मन इसका प्रयोग पहले भी कर चुके हैं। इसके बाद रेलवे ने इस प्रयोग को देखने की इच्छा जाहिर की थी। इसी सिलसिले में आज कई वरीय रेलवे अधिकारियों की उपस्थिति में इस फाटक फिर से ट्रायल किया गया। पूर्व मध्य रेलवे के दानापुर मंडल के वरीय मंडल संरक्षा अधिकारी एम. के. तिवारी ने आज यहां आईटीआई मैदान में जुम्मन मिस्त्री द्वारा तैयार किये गये फाटक का अवलोकन करने के बाद कहा कि गैराज मिस्त्री अवधेश का मानव रहित आॅटोमेटिक रेलवे क्राॅसिंग फाटक सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों और रेलवे दोनों के लिए वरदान साबित हो सकता है। श्री तिवारी ने कहा कि जुम्मन मिस्त्री ने इस फाटक को काफी कम खर्च में बनाया गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे में इसकी कितनी उपयोगिता हो सकती है। इसके लिए इस प्रोजेक्ट को आरडीएसओ लखनऊ भेजा जाएगा। इसके बाद यह तय हो सकेगा कि रेलवे में किस तरह से इसका कितना उपयोग संभव है।
शुक्रवार, 30 मार्च 2018
बिहार : गैराज मिस्त्री ने बनाया मानवरहित ऑटोमैटिक रेलवे फाटक
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