- धौस में चार लाख रू. की दर से जमीन कर रोड और नाला बनाये
चण्डी.नालंदा जिले में है सारथा ग्राम पंचायत. इस पंचायत की मुखिया हैं पूनम देवी.मुखिया पूनम देवी के क्षेत्र में सारथा मुसहरी है.इस मुसहरी में आठ दशक से महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते आ रहे हैं.समाज के किनारे रह गये मुसहर जाति के लोग 150 घरों में रहते हैं.इनकी जनसंख्या करीब 700 है.अभी तक यहां पूर्णिमा की चाँद की तरह तीन लड़के और एक लड़की मैट्रिक उर्तीण हैं.सभी 2017 में पास किये.इनमें विजय मांझी के पुत्र विकास कुमार, उमेश मांझी के पुत्र गणेश कुमार और अजय मांझी की पुत्री कविता कुमारी व पुत्र आनंद कुमार मैट्रिक उर्त्तीण कर रिकॉड कायम किये.यह कारनामा पहली बार हुई है. यहां के महादलित भूमिहीन हैं.परमेश्वर मांझी कहते हैं हमलोग आवासीय भूमिहीन हैं.सरकार चार कट्टा जमीन दें.इसी में घर और पैदावार कर लेंगे.अभी खेतिहर मजदूरों को पांच किलो अनाज मिलता है. वहीं श्री मांझी कहते हैं कि महादलित गैरमजरूआ भूमि पर रहते हैं.चण्डी के अंचलाधिकारी के अकर्मण्यता के कारण वासगीत पट्टा नहीं मिल पाया है.अब तो दादा द्वारा हलवाहा को भूदान कर देने के बाद दादा के पौतों ने जमीन पर अधिकार जताना शुरू कर दिया है.मुसहरी में बन रही नाली व संपर्क मार्ग पर रोक लगा दी है.कथित पौतों का कहना है कि चार लाख रु.कट्टा की दर जमीन खरीदे और नाली व मार्ग बना लें.न नौ मन तेल होगा न राधा नाचेगी. परमेश्वर मांझी कहते है कि प्रारंभ में देवी मंदिर में पूजा करने नहीं दी जाती तो हमलोग कहारीन से पूजा करवाते थे.धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने लगी.पिछले तीन साल से हमलोग देवी मंदिर में पूजा करने जाते हैं. स्वर्गीय किशोरी मांझी के पुत्र हैं झोड़ी मांझी. झोड़ी मांझी की पत्नी हैं लक्ष्मी देवी. दोनों के 7 बच्चे हैं.4 लड़का व 3 लड़की.झोड़ी मांझी कहते हैं कि हल्का लकवा की शिकायत है.इसका जोरदार असर बायीं आँख पर पड़ी.आँख की नस सूख जाने से रोशनी गायब है.लाखों रू.चिकित्सकों की झोली में दी है.
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