नयी दिल्ली, 31 मार्च, ईडी ने आज बताया कि उसने वर्ष2016 के बिहार टॉपर घोटाले के मुख्य आरोपी के29 प्लॉट और दस बैंक खातों में जमा राशि समेत4.53 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। बिहार के वैशाली जिले में विशुन रॉय कॉलेज के सचिव सह प्रधानाचार्य बच्चा राय उर्फ अमित कुमार के खिलाफ धन शोधन निरोधक अधिनियम( पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई जब सीबीएसई के10 वीं और12 वीं कक्षा के दो प्रश्नपत्र लीक हो गए और पुलिस दोषियों की तलाश कर रही है। ईडी ने एक बयान में बताया कि उसने लालगंज, महुआ, भगवानपुर और हाजीपुर में बच्चा राय के नाम पर दर्ज16 प्लॉट और उसकी पत्नी संगीता राय के नाम पर दर्ज13 प्लॉट कुर्क कर लिए हैं। बच्चा राय की बेटी शालिनी राय के नाम से बैंक में जमा राशि, पटना में एक फ्लैट और हाजीपुर में राय परिवार के दो मंजिला मकान को भी कुर्क कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में कथित अनियमितताओं की जांच के दौरान पिछले साल धन शोधन का मामला दर्ज किया था। बिहार में साल2016 में हुए इस घोटाले से हडकंप मच गया था। यह घोटाला तब सामने आया जब आर्ट्स श्रेणी में टॉप करने वाली, वैशाली जिले में विशुन रॉय कॉलेज की छात्रा रुबी राय मामूली से सवालों का जवाब भी नहीं दे पायी थी और उसने पॉलिटिकल साइंस को प्रोडिगल साइंस बताया था। इस घोटाले से शर्मसार हुई राज्य सरकार ने मामले की एसआईटी जांच के आदेश दिए थे। ईडी ने कहा कि बच्चा राय अधिकारियों और बिहार स्कूल शिक्षा बोर्ड( बीएसईबी) के स्टॉफ की मदद से छात्रों से उनके परीक्षा परिणाम बदलने के लिए रिश्वत के तौर पर बड़ी धनराशि वसूलता था। इसमें बीएसईबी का तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह भी शामिल था।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि उसकी जांच में पाया गया कि बच्चा राय ने अपने और अपनी पत्नी तथा बेटी के नाम पर बड़ी संपत्तियां खरीद कर अवैध रुप से संपत्ति अर्जित की। एजेंसी ने कहा, ‘‘ उन्होंने ज्यादातर संपत्ति नकद खरीदी लेकिन उनके बैंक खातों से धन की निकासी नहीं हुई।’’ ईडी ने आरोप लगाया कि घोटाला सामने आने के बाद राय और उसकी पत्नी ने पिछले साल के मुकाबले आयकर रिटर्न में गड़बड़ी की और खेती सेहोने वाली अपनी आय‘‘ तकरीबन70 गुना अधिक घोषित की।’’ बीएसईबी के अध्यक्ष प्रसाद और चार प्रधानाचार्यों समेत कुल आठ लोगों पर ईडी ने मामला दर्ज किया। इस मामले में यह कुर्की की पहली कार्रवाई है । ईडी ने कहा कि मामले की आगे जांच की जा रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें