नई दिल्ली 22 मार्च, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि मोदी सरकार ने इराक में मारे गए 39 भारतीयों के बारे में सालों तक झूठ बोला और अब वह लोगों का ध्यान इससे भटकाने के लिए उनकी पार्टी पर उस कंपनी के साथ रिश्तों का आरोप लगा रही है जिस पर फेसबुक उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, "समस्या : 39 भारतीयों की मौत; सरकार झूठ बोलते हुए पकड़ी गई। समाधान : कांग्रेस और डेटा चोरी पर कहानी रची। नतीजा : मीडिया समूह फंस गए, 39 भारतीय रडार से गायब हो गए। समस्या हल हो गई।" सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर 2019 में अपना चुनाव अभियान चलाने के लिए राजनीतिक डेटा विश्लेषक फर्म कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ काम करने और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता करने का आरोप लगाया था। इसके एक दिन बाद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया आई है। मंत्री ने आरोप लगाया था कि कंपनी डेटा हेराफेरी में शामिल पाई गई है और चेतावनी दी थी कि भारत की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग के किसी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कांग्रेस के संचार प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सरकार पर हमला किया और इराक में मारे गए लोगों के परिवारों और राष्ट्र के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, "एक और झूठ, एक बार फिर सच सामने आ गया। सभी 39 भारतीयों की मृत्यु सालों पहले हो गई थी जिसकी पहले सबूतों व गवाहों ने और अब शहीद फाउंडेशन ने भी पुष्टि कर दी। फिर भी मोदी सरकार मरने वालों के परिवारों और राष्ट्र से झूठ बोलती रही और धोखा देती रही।" उन्होंने सरकार पर मरने वालों के परिवारों को मुआवजा नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा, "परिवारों ने सवाल पूछे हैं कि क्यों मोदी सरकार और सुषमा जी उन्हें चार साल तक गुमराह किया? सरकार ने क्यों मौत की तारीखों का खुलासा नहीं किया? इतने सालों तक ईएएम (विदेश मंत्रालय) ने जिंदा होने के कौन से सबूत दिए थे? क्यों सरकार परिवारों को मुआवजा देने के लिए सहमत नहीं है?"
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