विदिशा जिला ओडीएफ घोषित हुआ
सम्पूर्ण विदिशा जिला आज ओडीएफ घोषित हुआ है के आश्य की जानकारी आज जिला पंचायत के सभागार कक्ष में आहूत बैठक के दौरान दी गई। जिला पंचायत सीईओ श्री दीपक आर्य ने बताया कि जिले में ओडीएफ के मापदण्डों के अनुरूप कार्यो को कराने में जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों और अधिकारियों के सहयोग से संभव हुआ है। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि सर के मार्गदर्शन में तय रणनीति के अनुसार जिले में ओडीएफ घोषित कराने के मापदण्डों को प्राप्त किया गया है।
नवीन तकनीकियों को उपयोग करें-राज्यमंत्री श्री मीणा
उद्यानिकी राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा ने आज नटेरन में किसानो के प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि नवीन तकनीकियों का उपयोग कर हम पैदावार में वृद्वि कर सकते है। इसके लिए जिले में हर संभव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने वैज्ञानिकों द्वारा बतलाई जा रही पद्वतियों का खेतों में उपयोग करने की सलाह दी। राज्यमंत्री श्री मीणा ने कहा कि किसानों की आय को दुगना करने के लिए उद्यानिकी विभाग की भी कार्ययोजना एवं रूटचार्ट तय किया गया है। तदानुसार किसानों को अभिप्रेरित किया जा रहा है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने बताया कि उद्यानिकी विभाग के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं में पचास प्रतिशत अनुदान देय है वही अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के किसानों के लिए योजनाओं पर 75 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है। क्षेत्र में उद्यानिकी फसलों के प्रति किसानों का रूझान बढे इसके लिए ग्राम पंचायत स्तरों पर भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को उद्यानिकी फसले लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। राज्यमंत्री श्री मीणा ने कहा कि उद्यानिकी फसले नगदी फसले होती है बाजार में लेकर सीधे बेचने पर राशि प्राप्त हो जाती है। उद्यानिकी फसलों को लेने वाले किसान हर रोज राशि प्राप्त करें इसके लिए उन्हें फल-फूल सब्जियों की उन्नत किस्मों के बीज सुगमता से मुहैया कराए जा रहे है। कार्यक्रम को जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी सम्बोधित किया गया। नटेरन के मंगल भवन प्रागंण में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण सहकार्यशाला में अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के कृषकों को आमंत्रित किया गया है। कार्यशाला की रूपरेखा एवं उद्वेश्यों की जानकारी विभाग के सहायक संचालक श्री केएल व्यास द्वारा दी गई। कार्यशाला में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उद्यानिकी क्षेत्र में हुए बदलाव की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई है। उन्होंने प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र में प्रश्नोत्तरी सवालो के माध्यम से किसानों की समस्याओं का निदान किया।
केन्द्रीय नीति आयोग के प्रतिनिधियों ने जायजा लिया
भारत नीति आयोग के प्रतिनिधि एवं सीएमडी भारत नेट श्री संजय सिंह और राज्य नीति आयोग के प्रतिनिधि श्री केदार शर्मा द्वारा आज विदिशा जिले में क्रियान्वित योजनाओं की उपलब्धि और माॅनिटरिंग का आज पुनः जायजा लिया। जिला पंचायत सभाकक्ष में हुई इस समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री अनिल सुचारी, जिपं सीईओ श्री दीपक आर्य के अलावा स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग की अधिकारी मौजूद थे। केन्द्रीय नीति आयोग के प्रतिनिधि श्री संजय सिंह ने नीति आयोग के द्वारा कराए गए सर्वे के निर्धारित प्रपत्रों के अनुरूप जिले में प्रपत्रों पर क्रियान्वयन जानकारियां आॅन लाइन अंकित कर समय सीमा में भिजवाना सुनिश्चित करने के निर्देश स्वास्थ्य एवं स्कूल शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी को दिए। श्री संजय सिंह ने कहा कि आंगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से दी जाने वाली सुविधाआंे से लाभांवित होने वालो की जानकारियां आॅन लाइन अपलोड करने की व्यवस्था क्रियान्वित की जाए। उन्होंने जिले में रिपोर्ट संग्रह के लिए क्या व्यवस्थाएं संचालित हो रही है कि जानकारी संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्राप्त की। स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के कार्यो के फलस्वरूप विदिशा जिला पिछडे जिलों में शामिल है इसके लिए जिले में विशेष कार्यो पर बल देने साथ ही साथ माॅनिटरिंग करने पर अत्यधिक ध्यान देने की बात उन्होंने कही है। शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार हो इसके लिए समय पर संबंधितों के द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन किया जाए। स्थानीय स्तर पर क्रास मानिटरिंग के प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के ग्राम स्तरीय अमले के द्वारा जो सेवाएं प्रदान की जा रही है उसकी अद्यतन जानकारियां समय सीमा में अपडेट नही करने के कारण जिला पिछडी श्रेणी में शामिल है उन्होंने सीधे अपडेट करने की कार्यवाही क्रियान्वित करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को पुनः दिए। बैठक में बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा समुचित जानकारियां परियोजना स्तर पर दी जाती है इसी प्रकार टीकाकरण एवं स्वास्थ्य संबंधी कार्यो की अद्यतन जानकारियां आशा कार्यकर्ता द्वारा बीएमओ को दी जा रही है उक्त परम्परा में परिवर्तन लाने के निर्देश दिए गए है। समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ बीएल आर्य, एकीकृत बाल विकास सेवाएं के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बृजेश शिवहरे के अलावा मत्स्य, पशु चिकित्सा, उद्यानिकी, कृषि, जल संसाधन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
सकारात्मक उपलब्धि जनप्रतिनिधियों के सहयोग से संभव
कलेक्टर श्री अनिल सुचारी ने आज विदिशा जिला नीति आयोग के मापदण्ड में पिछडने के कारणों को दूर करने में जनप्रतिनिधियों का सहयोग अतिआवश्यक है के परिपेक्ष्य में आज जनप्रतिनिधियों की बैठक जिला पंचायत के सभागार कक्ष में उनके द्वारा आहूत की गई थी। इस बैठक मंें विधायक श्री कल्याण सिंह ठाकुर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी के अलावा समस्त जनपदों के अध्यक्ष, एसडीएम, जनपद सीईओ मौजूद थे। कलेक्टर श्री सुचारी ने नीतिआयोग के द्वारा निर्धारित फार्मेट के अनुरूप जिले में आशातीत प्रगति परलिक्षित नही होने के कारण पिछडे जिलों में शामिल करने के कारणों को रेखांकित किया। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यो की माॅनिटरिंग में जनप्रतिनिधियों से सुझाव प्राप्त किए। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्रों की भौगोलिकता को ध्यानगत रखते हुए स्वंय माॅनिटरिंग करने के दायित्वों का निर्वहन करने की सहमति व्यक्त की है। पावर प्रोजेक्टर के माध्यम से नीति आयोग द्वारा निर्धारित मापदण्डो के अनुरूप जिले में हासिल की गई प्रगति और कमियों को रेखांकित किया गया। कमियों को दूर करने के लिए स्थानीय स्तर पर किए जाने वाले प्रयासों पर सभी ने सहमति व्यक्त की है। जनप्रतिनिधियों द्वारा ग्राम स्तरीय अमले खासकर आंगनबाडी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, अपने दायित्वों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी से करंे तो शत प्रतिशत प्रगति हासिल की जा सकती है। इस कार्य में कोटवारों, पंचायतों के सचिवों का भी सहयोग लेने पर बल दिया गया है। स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास विभाग के लिए निर्धारित मापदण्डों की बिन्दुवार जानकारी दी गई और प्रगति की जानकारियां आॅन लाइन दर्ज कराने पर बल दिया गया।
परीक्षा परिणाम घोषित
जिला शिक्षा अधिकारी श्री एचएन नेमा ने बताया कि नवमीं एवं 11वीं का परीक्षा परिणाम आज घोषित किया गया है कक्षा नवमीं का परीक्षा परिणाम 48.66 है वर्ष 2018 की वार्षिक परीक्षा में कुल 22425 छात्र शामिल हुए थे जिसमें बालक 11277 तथा बालिकाएं 11148 शामिल है। परीक्षा परिणाम घोषित होने के उपरांत 4883 बालक एवं 5986 बालिकाएं कुल 10912 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है। 792 विद्यार्थी को पूरक घोषित किया गया है तथा नवमी की परीक्षा में 6026 बालक एवं 4738 बालिकाएं अनुत्तीर्ण हुई है। इसी प्रकार 11वीं की वार्षिक परीक्षा में कुल 12129 विद्यार्थी शामिल हुए है जिसमें 5558 बालक एवं 6571 बालिकाएं है। 11वीं का परीक्षा परिणाम 93.13 रहा है। कुल 11296 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए है उनमें 5043 बालक एवं 6253 बालिकाएं शामिल है जबकि 313 बालक एवं 272 बालिकाओं को पूरक और 303 बालक एवं 206 बालिकाएं अनुत्तीर्ण हुई है।
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