सुदूर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास हेतु पहुंच पथ दुरुस्त करें। नक्सल एवं उग्रवाद को समाप्त करने के लिए गांव में रोजगार का सृजन करें। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार के साधन बढ़ाने के लिए गांव के ही पढ़े लिखे युवक एवं युवतियों को रोजगार से जोड़े--रघुवर दास
रांची-दुमका (अमरेन्द्र सुमन) मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लातेहार जिले के बेतला क्षेत्र के विकास को लेकर जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। श्री दास ने अधिकारियों को निदेश दिया कि ग्रामीणों से राय लेकर ही गांव के विकास की योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि राज्य में गरीबी खत्म करने हेतु लोगों को स्वरोजगार से जोड़ना जरूरी है। अधिकारी गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से संवाद स्थापित कर जानकारी प्राप्त करें की गांव के विकास में सबसे अधिक क्या जरूरी है। श्री दास ने अधिकारियों को निदेश दिया कि ऐसे सभी क्षेत्रों का चयन करें जहां अबतक पहुंच पथ नहीं है साथ ही सुदूरवर्ती क्षेत्रों को पहुंच पथ से जोड़ने के लिए कार्य योजना बनाकर सड़क एवं पुल पुलिया निर्माण करवायें। उन्होंने कहा कि जिले में सुदूर गांवों तक पहुंच पथ नहीं होने के कारण विकास बाधित होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को सरकारी नौकरी देना संभव नहीं है लेकिन सभी के आय में बढ़ोतरी किया जा सकता है। उन्होंने ग्रामिणों को गांव एवं ग्रामीणों के विकास हेतु सरकार द्वारा योजनाएं चलाई जा रही है जैसे ग्रामीणों को स्वरोजागर से जोड़ने के लिए पहुंच पथ का निर्माण, मुर्गी, बकरी पालन, चेकडैम, तालाब, मछली पालन समेत अन्य योजनाओं से जोड़ने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री दास ने अधिकारियों को निदेशित किया कि नक्सल एवं उग्रवाद को समाप्त करने के लिए गांव में रोजगार का सृजन करें। बैठक के दौरान अधिकारियों के द्वारा बूढ़ा पहाड़ में जमे नक्सलियों की समाप्ति के लिए चलाए जा रहे अभियान में आने वाली समस्या को लेकर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त करने के लिए सड़क निर्माण करने, ग्रामीणों को छोटे-छोटे रोजगार से जोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि पहुंच पथ नहीं होने से ही अधिकारी गांव में नहीं पहुंच पाते जिससे ग्रामीणों से अधिकारियों की संवादहीनता बनी रहती है और वे सरकारी योजना से वंचित रह जाते हैं। मुख्यमंत्री ने बूढ़ा पहाड़ समेत अन्य क्षेत्रों में भी पहुंच पथ निर्माण करवाने का निर्देश दिया। साथ ही इस कार्य में पुलिस प्रशासन से भी सहयोग लेने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री दास ने अधिकारियों से कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार के साधन बढ़ाने के लिए गांव के ही पढ़े लिखे युवक एवं युवतियों रोजगार से जोड़े। उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यालय, उप स्वास्थ्य केन्द्र समेत अन्य सरकारी संस्थान जहां कर्मियों की कमी हो वैसे स्थान में गांव के ही पढ़े लिखे लोगों को बहाल कर नौकरी से जोड़ा जाय ताकि गांव के लोगों का विकास भी हो साथ ही युवक एवं युवतियों को रोजगार भी मिल जाए।
मुख्यमंत्री ने जिले के अधिकारियों को महिलाओं के स्वरोजगार के लिए जोहार योजना से जोड़ने की बात कही। उन्होंने बताया कि जोहार योजना से जुड़कर महिलायें मुर्गी पालन कर अंडा का उत्पादन करेंगी जिसकी खरीदारी कर नजदीक के ही स्कूल, पुलिस कैंप में सप्लाई करवायें ताकि महिलाओं को कोई परेशानी न आए। बैठक में डीआइजी श्री विपूल शुक्ला, उपायुक्त श्री राजीव कुमार, एसपी श्री प्रशांत आनंद, उप विकास आयुक्त श्री अनिल कुमार सिंह, वन विभाग के क्षेत्र निदेशक श्री एमपी सिंह, डीएफओ श्री अनिल कुमार मिश्रा, डीआरडीए निदेशक श्री संजय भगत, सीआरपीएफ के कमांडेंट, जिला योजना पदाधिकारी श्री निर्मल झा समेत अन्य प्रशासनिक, पुलिस एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
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