बेंगलुरु 09 अप्रैल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 72 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के साथ ही पार्टी में असंतुष्ट गतिविधियां शुरू हो गयीं, फिलहाल पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता एन आर रमेश बागियों के पक्ष में झंडा बुलंद किये हुये हैं। राज्य में आगामी 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा में असंतोष की लहर तब उठी जब शहर के चिकपेट निर्वाचन क्षेत्र से श्री रमेश को भाजपा की ओर से टिकट से वंचित किया गया। इसके विरोध में श्री रमेश ने निर्वाचन क्षेत्र में बंद का आह्वान किया है जबकि उनके एक समर्थक ने तो पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। उनके अन्य समर्थकोें ने आत्मदाह करने वाले छात्र को ऐसा करने से रोक दिया तथा उसकी जान बचा ली। श्री रमेश ने ऐसी खबर सुनते ही स्तब्ध रह जाने का दावा करते हुए कहा कि वह भाजपा से लंबे समय से पूरी ईमानदारी के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा,“ मैंने ही सत्तारूढ़ कांग्रेस के भ्रष्टाचारों को उजागर किया था और मुझे टिकट देने का भी वायदा किया गया था। मैं नकारे जाने से स्तब्ध हूं।”श्री रमेश ने कहा,“ मैं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे रहा हूं और अगले दो दिनोें में आगे की कार्रवाई का फैसला करुंगा क्योंकि भाजपा के कर्नाटक चुनाव मामलों के प्रभारी और केंद्रीय मंत्री ने पार्टी उम्मीदवारों की दूसरी सूची में टिकट देने का आश्वासन दिया है और तब तक कोई कड़ा फैसला न करने का सुझाव दिया है।” श्री रमेश ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार उन्हें टिकट से वंचित करने की साजिश में शामिल हैं जिन्होंने राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक बी एन गरुदाचार के पुत्र उदय गरुदाचार को क्षेत्र से टिकट दिलवा दिया। उन्होंने दावा किया कि पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने उन्हें करने की बात कही है।
सोमवार, 9 अप्रैल 2018
भाजपा उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही असंतोष शुरू
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