पाकुड़ 05 अप्रैल, झारखंड में चमत्कारी बर्तन (राइस पुलर) और नोट दुगुना करने का झांसा देकर करोड़ो रुपये की ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर पुलिस ने पूर्व मंत्री के निजी सचिव समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र प्रसाद वर्णवाल ने आज यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गिरोह की ठगी के शिकार सेलुकश तिवारी की शिकायत पर विशेष टीम का गठन किया गया। इसके विशेष टीम ने पश्चिम बंगाल के अलावा पाकुड़ के ही एक ठिकाने कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी में गिरोह के मुख्य सरगना जीवन चंद्र झा उर्फ सपन मुखर्जी उर्फ अमित गुहा को पश्चिम बंगाल के मालदा से, पार्थो सारथी पांडेय, मृणाल कांती पांडेय एवं ममता पांडेय को जिले के नगर थाना क्षेत्र के हाटपाड़ा से तथा मोहम्मद कलाम को पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिले के मुरारोई थाना क्षेत्र के घुसखोरा से गिरफ्तार किया गया है। श्री वर्णवाल ने बताया कि ठगी के इस मामले का सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि पहला शिकार जिस सेलुकश तिवारी को बनाया गया, उसी के मकान में तीन आरोपी पार्थो सारथी पांडेय, मृणाल कांती पांडेय एवं ममता पांडेय किराये पर रहते थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किये गये सभी आरोपी राइस पुलर दिलाने के नाम पर जिले के छह से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बनाकर एक करोड़ से भी अधिक रुपये ठग लिये। ठगी गिरोह का मुख्य सरगना जीवन चंद्र झा उर्फ अमित गुहा भाषा बदल-बदल कर लोगो को अपना शिकार बनाता था। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता सेलुकश से 80 लाख एवं अन्य लोगो से कुल एक करोड़ 35 लाख रुपये की ठगी की गयी है। सभी आरोपियो के खिलाफ नगर थाने में एक मामला दर्ज किया गया है। श्री वर्णवाल ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों के पास से चेकबुक, बैंक पासबुक, एटीएम एवं 10 मोबाइल बरामद किये गये है। गिरोह में शामिल सभी आरोपी झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल के कई लोगों को अबतक अपना शिकार बना चुके है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार किये गये मोहम्मद कलाम ने पूछताछ के दौरान अपने को पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री किरणमयी नंदा का निजी सचिव बताया है। गिरोह का मुख्य सरगना जीवन चंद्र झा दर्जनो भाषाओं का जानकार है। वह पहले फौज में नौकरी करता था और बीच में ही नौकरी छोड़कर ठगी गिरोह का संचालन करने लगा।
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