गोल्ड कोस्ट, तीन अप्रैल, राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन की अलग अलग प्रतिस्पधाओं में चार स्वर्ण पदक जीत चुके महान मलेशियाई खिलाड़ी ली चोंग वेई का कहना है कि भारत पुरूष एकल में उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा ,‘‘ सबसे बड़ी चुनौती भारत से मिल सकती है । श्रीकांत और प्रणय अच्छे फार्म में है और स्वर्ण पदक के दावेदार भी ।’’ दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत और 12वीं रैंकिंग वाले खिलाड़ी प्रणय ने बीते साल काफी अच्छा प्रदर्शन किया और दिग्गज खिलाड़ियों को धूल चटायी जिससे दोनों को यहां स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदारों में देखा जा रहा है। 2014 के ग्लास्गो खेलों में भारत के ही पी कश्यप ने पुरूष एकल का स्वर्ण पदक जीता था। चोंग वेई ने 2006 के मेलबर्न खेलों में पुरूष एकल और मिश्रित टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने 2010 के नयी दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में भी दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीते। 2014 के ग्लास्गो खेलों से दूर रहे मलेशियाई खिलाड़ी का इस बार भी दोनों वर्गों में स्वर्ण जीतने का लक्ष्य है।
मंगलवार, 3 अप्रैल 2018
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों को सबसे बड़ी चुनौती : ली चोंग वेई
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