गोल्ड कोस्ट , सात अप्रैल, जब सारा रोमांच आखिरी सात सेकेंड पर टिक गया था तब भारतीय हाकी टीम अंतिम क्षणों में गोल खाने की अपनी पुरानी समस्या से निजात पाने में नाकाम रही और उसे राष्ट्रमंडल खेलों के अपने शुरूआती मैच में आज यहां चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 2-2 से ड्रा खेलना पड़ा। पाकिस्तान को आखिरी सात सेकेंड में पेनल्टी कार्नर मिला। इसे जब लिया गया तब लगा कि उसका बचाव कर लिया गया है लेकिन पाकिस्तान की अपील पर उसे बहाल कर दिया गया जो आखिर में भारत के लिये घातक साबित हुआ। दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबले की उम्मीद थी लेकिन यह नीरस साबित हुआ जिसमें पी श्रीजेश के कुछ शानदार बचाव आकर्षण का केंद्र रहे। भारत की तरफ से दिलप्रीत सिंह (13 वें मिनट ) और हरमनप्रीत सिंह (19 वें मिनट ) ने जबकि पाकिस्तान के लिये मोहम्मद इरफान जूनियर (38 वें मिनट ) और मुबाशर अली (59 वें मिनट ) ने गोल किये। भारतीय डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह ने मैच के बाद कहा , ‘‘ हम अपने प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं हैं। हम यह मैच जीतना चाहते थे। हम परिणाम से निराश हैं। ’’ उन्होंने हालांकि यह मानने से इन्कार कर दिया कि अपने चिरप्रतिद्वंद्वी के खिलाफ टीम पर किसी तरह का दबाव था।
उन्होंने कहा , ‘‘ यह विशेष मैच नहीं था। हम केवल एक मैच खेल रहे थे। हम पर भावनाएं हावी नहीं थी। हम केवल अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान दे रहे थे। ’’ इसे प्रारंभिक चरण का सबसे रोमांचक मुकाबला माना जा रहा था और इसलिए काफी संख्या में दर्शक पहुंचे थे। दोनों देशों के काफी दर्शक स्टेडियम में मौजूद थे लेकिन आस्ट्रेलियाई दर्शकों ने इसमें जोश भरा जो भारत - पाकिस्तान मैच के रोमांच को देखने के लिये यहां पहुंचे थे। इसके अलावा ढोल की थाप ने भी दर्शकों का उत्साह बनाये रखा। मैदान पर भारत ने दबदबा बनाया हालांकि कुछ अवसरों पर उसका प्रदर्शन लचर रहा। फारवर्ड दिलप्रीत सिंह ने पहले क्वार्टर में गोल करके पिछली बार के उप विजेता भारत को शुरूआती बढ़त दिलायी। दूसरे क्वार्टर में हरमनप्रीत सिंह ने दूसरे पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पाकिस्तान ने भी दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन अनुभवी पी श्रीजेश बेहतरीन बचाव करके भारत को संकट में नहीं पड़ने दिया। भारत ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट ने रूपिंदर पाल सिंह के प्रयास को आसानी से डिफलेक्ट कर दिया।
पाकिस्तानी टीम प्रतिस्पर्धी नजर नहीं आ रही थी लेकिन मोहम्मद इरफान जूनियर ने तीसरे क्वार्टर में मैदानी गोल करके उनमें जोश भरा। पहले यह गोल मोहम्मद अर्सलान कादिर के नाम पर दर्ज हुआ था लेकिन रीप्ले से पता चला कि आखिर में गेंद इरफान जूनियर की स्टिक को चूमकर गोल के अंदर गयी थी। पाकिस्तान ने अंतिम 15 मिनट में तीखे तेवर अपनाये और लगातार तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन श्रीजेश की ठोस दीवार से पार पाना उनके लिये आसान नहीं रहा। यही नहीं पाकिस्तानी शाट में भी दम नहीं था। मनदीप सिंह के पास आखिरी क्षणों में भारत को बढ़त दिलाने का मौका था लेकिन उनका शाट बचा लिया गया। जब केवल सात सेकेंड का समय बचा था तब पाकिस्तान को पेनल्टी कार्नर मिला जिससे भारतीय खेमा चिंतित हो गया और आखिर में उनकी चिंता जायज साबित हुई। भारतीय टीम ने गोल गंवा दिया और जिस मैच में उसे पूरे अंक हासिल करने चाहिए थे उसमें उसे अंक बांटने पड़े।
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