जमुई, बिहार / उज्जैन : बिहार के जमुई जिला स्थित पत्रकार सुरक्षा कानून के संदर्भ में आयोजित बैठक में फ़ोन पर संबोधित करते हुए आल मीडिया जर्नलिस्ट सोशल वेलफेयर एसोसिएशन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विनायक अशोक लुनिया ने कहा कि आज देश और समाज के लिए अपने पूर्ण जीवन को पूरे ईमानदारी के साथ समर्पित कर देने वाला लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ पत्रकार आज खुद की सुरक्षा को लेकर भयभीत है, और हमारी सरकार भी इस बात से आंखे मीच कर बैठी है जब जब कोई पत्रकार मरता है तो सरकार मगरमच्छ के आंसू बहा कर संवेदना व्यक्त कर देती है। पर कोई भी सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून बना कर पत्रकार को सुरक्षित नही करती और यह हमारे बीच मे पड़े फुट के कारण ही हो रहा है अगर हमारे भीतर में एकता होती तो आज हमारे पत्रकार मौत के नींद नही सोते।गत माह पत्रिका अखबार के उज्जैन संस्करण में 18 मार्च को एक खबर प्रकाशित हुई थी जिसमे मध्य यूरोपीय देश स्लोवाकिया के ब्रातिस्लावा शहर में फरवरी माह के 22 - से 25 तारीख को पत्रकार दम्पत्ति की हत्या हो गयी और जन आंदोलन के चलते 3 सप्ताह में प्रधानमंत्री को स्तीफा देना पड़ा पर हम यहां कई दशकों से आंदोलन कर रहे है पर पत्रकार सुरक्षा कानून नही बनवा सके। इसका सबसे बड़ा कारण हमारेके एकता की कमी है अगर आज भी एक हो जाये तो पत्रकार सुरक्षा कानून बनने से कोई नही रोक सकता।
बुधवार, 25 अप्रैल 2018
Home
बिहार
विदेश में पत्रकार हत्या से सरकार ने दिया इस्तीफा, पर देश मे एकता की कमी के कारण पत्रकार सुरक्षा कानून नही ला पाए - विनायक लुनिया
विदेश में पत्रकार हत्या से सरकार ने दिया इस्तीफा, पर देश मे एकता की कमी के कारण पत्रकार सुरक्षा कानून नही ला पाए - विनायक लुनिया
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें