नयी दिल्ली , सात अप्रैल, द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने की कोशिशों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके नेपाली समकक्ष के पी शर्मा ओली ने आज व्यापक वार्ता की और रक्षा एवं सुरक्षा , व्यापार तथा कृषि जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध प्रगाढ़ बनाने पर सहमति जताई। बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चहुंमुखी वृद्धि की नेपाल की इच्छा के लिए भारत हमेशा उसके साथ खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा कि पड़ोसियों के बीच गहन सहयोग से नेपाल में लोकतंत्र मजबूत होगा। वहीं , चीन के साथ करीबी संबंधों की चाहत रखने वाले नेता माने जाने वाले ओली ने कहा कि उनकी सरकार दोनों देशों ( भारत और नेपाल ) के बीच ‘‘ विश्वास आधारित ’’ संबंधों की मजबूत इमारत का निर्माण करना चाहती है। ओली ने कहा , ‘‘ मैं 21 वीं सदी की हकीकतों के अनुरूप हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से भारत आया हूं। ’’ चीन समर्थक रुख के लिए पहचाने जाने वाले 65 वर्षीय ओली ने दूसरी बार फरवरी में नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला है। इससे पहले वह 2015 से 2016 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रहे थे। इस दौरान भारत के साथ नेपाल के संबंध तनाव भरे रहे थे। मोदी ने ओली के साथ मीडिया को दिए प्रेस बयान में कहा कि ‘‘ समृद्ध नेपाल और विकसित नेपाल ’’ का नेपाल का विजन उनके विजन ‘‘ सबका साथ सबका विकास ’’ से मिलता है। प्रधानमंत्री ने नेपाल में सफल राष्ट्रीय और प्रांतीय चुनावों की भी सराहना की और लोकतंत्र में भरोसा जताने के लिए इसके लोगों की भी प्रशंसा की।
मोदी ने कहा कि भारत देश की प्राथमिकताओं के अनुरूप नेपाल की सहायता करना जारी रखेगा तथा दोनों पक्ष सभी कनेक्टिविटी परियोजनाओं को तेज करने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि काठमांडो को भारत से जोड़ने के लिए दोनों देश एक नयी रेल लाइन बिछाने पर भी सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष रक्षा एवं सुरक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे। मोदी ने कहा , ‘‘ जब बात सुरक्षा के पहलू की आती है तो हमारे बीच मजबूत संबंध हैं। हम हमारी खुली सीमा के दुरुपयोग को रोकने के लिए मिलकर काम करेंगे। ’’ ओली ने मोदी को नेपाल यात्रा का आमंत्रण भी दिया। नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा , ‘‘ मैंने प्रधानमंत्री मोदी को जल्द से जल्द सुविधाजनक समय पर नेपाल आने का आमंत्रण दिया है , मुझे उम्मीद है कि यात्रा जल्द होगी। ’’ मोदी ने कहा कि नेपाल के विकास की दिशा में भारत के योगदान का लंबा इतिहास है और उन्होंने ओली को आश्वासन दिया है कि यह जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नेपाल को जलमार्ग से जोड़ने में भी भारत उसकी मदद करेगा और दोनों पक्ष कृषि क्षेत्र में भी संबंधों को मजबूत करेंगे। नेपाली प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके देश को मित्रों से मदद की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा , ‘‘ पड़ोसियों के बीच संबंध अन्य संबंधों से अलग है। यह पारस्परिक सम्मान पर आधारित है। ’’
ओली तीन दिन की भारत यात्रा पर कल यहां पहुंचे हैं। दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है। अपनी शानदार चुनावी जीत के बाद सार्वजनिक रूप से नयी दिल्ली की आलोचना कर चुके और भारत पर नेपाल के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करने तथा अपनी सरकार को अपदस्थ करने का अरोप लगा चुके ओली ने कहा कि उनकी पार्टी देश को आर्थिक समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाने के लिए भारत के साथ भागीदारी करेगी।
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