इंदौर, 10 अप्रैल, लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन ने कहा कि अगली पीढ़ी को विरासत के रूप में स्वच्छ जल, स्वच्छ वायु और स्वच्छ भूमि सौंपना हमारी जिम्मेदारी है। श्रीमती महाजन ने आज इंदौर में भारत सरकार, जापान सरकार, संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय विकास केंद्र, मध्यप्रदेश सरकार, इंदौर नगर निगम और सी आई आई के संयोजन में आयोजित एशिया और प्रशांत क्षेत्र की आठवीं थ्री-आर फोरम की तीन दिवसीय बैठक के उद्घाटन के अवसर पर यह विचार व्यक्त किये। उन्होंने शहरीकरण और आधुनिकीकरण विकास के लिए भूमि, जल और वायु को प्रदूषण और अत्यधिक दोहन से बचाने पर भी ध्यान देने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बड़ी मात्रा में उत्सर्जित हो रहे कचरे का निपटान करने के लक्ष्य को हम थ्री-आर यानि रिड्यूस, रियूज और रिसाइकल के मंत्र को अपनाकर प्राप्त कर सकते हैं, जो प्रकृति से जितना लिया, उससे ज्यादा लौटाने के धर्म का पालन करने की हमारी संस्कृति और जैव विविधता के सरंक्षण की अवधारणा पर आधारित है। श्रीमती महाजन ने कहा कि रिड्यूस का अर्थ अपना लालच, दोहन की रफ़्तार और जरूरतें कम करने से लगाया जाना चाहिए, रियूज का तात्पर्य प्राकृतिक संसाधनों के पुनः इस्तेमाल से है, जैसे पेयजल के पाइप के अलावा इस्तेमाल किये हुए पानी के पुनः इस्तेमाल के लिए भी एक पाइप लाइन होना चाहिए। श्रीमती महाजन ने इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने के लिए समाज और सरकार के साझा प्रयासों का उदहारण देते हुए कहा कि घर, मोहल्ले, नगर, शहर. प्रदेश और देश को स्वच्छ बनाने के लिए जनता की सहभागिता और सहयोग जरूरी है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि कचरा ऊर्जा उत्पादन, खाद निर्माण, सड़क निर्माण का बेहतर साधन है। हम कचरे को कचरा धन मानकर रिसाइक्लिंग करके बहुत से कामों में ले सकते है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि थ्री-आर फोरम की तीन दिवसीय बैठक में अपशिष्ट प्रबंधन के सामाजिक, आर्थिक, और अन्य पहलुओं पर सार्थक तथा उपयोगी चर्चा होगी।
बुधवार, 11 अप्रैल 2018
अगली पीढ़़ी को स्वच्छ वातावरण सौंपना हमारी जिम्मेदारी : सुमित्रा महाजन
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