नयी दिल्ली 03 अप्रैल, संसद में आज लगातार 19 वें दिन भी विपक्ष के हंगामे के कारण कोई कामकाज नहीं हो सका, राज्यसभा में नये सदस्यों को शपथ दिलाये जाने के बाद कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी जबकि लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हंगामे के बीच ही भारत बंद के दौरान हुई हिंसा पर वक्तव्य दिया जिसके बाद कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी। लोकसभा में विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण आज भी विपक्षी दलों के सदस्यों द्वारा सरकार के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को सदन में नहीं लाया जा सका। राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही 11 राज्यों के 41 नवनिर्वाचित सदस्यों को सदन की सदस्यता की शपथ दिलायी गयी। इसके बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने जैसे ही विधायी दस्तावेज पटल पर रखवाने की कोशिश की , अन्नाद्रमुक , द्रमुक , तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी के सदस्य तेजी से आसन की ओर लपके। इनके हाथ में पोस्टर और बैनर थे। इन सदस्यों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिये। सदस्यों ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन, आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने , तथा दलितों के मुद्दे पर भारी हंगामा किया जिससे सभापति को जरूरी दस्तावेज पटल पर रखवाये बिना ही कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। लोकसभा में भी विपक्षी सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही पहले बारह बजे तक और फिर दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। स्थगन के बाद विपक्षी सदस्यों ने एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शोर शराबे के बीच ही भारत बंद के दौरान हुई हिंसा के बारे में बयान दिया। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि कांग्रेस के मलिकार्जुन खडगे, तेलुगु देशम पार्टी के थोटा नरसिम्हन, वाई.एस.आर. कांग्रेस के वाई.वी. सुब्बा रेड्डी, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन.के. प्रेमचंद्रन तथा कुछ अन्य सदस्यों ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस दिये हैं। उन्होंने हंगामा कर रहे अन्नाद्रमुक के सदस्यों से सदन में व्यवस्था बनाने के लिए अपनी-अपनी सीटों पर जाने की अपील करते हुए कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के समर्थन में खड़े सदस्यों को गिन नहीं पा रही हैं लेकिन अन्नाद्रमुक सदस्यों ने उनकी अपील को अनसुना कर दिया। पहले से अपनी-अपनी सीट पर खड़े अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अध्यक्ष के कहने पर बैठ गये लेकिन अन्नाद्रमुक सदस्य आसन के पास नारेबाजी करते रहे। इसे देखते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण दोनों ही सदनों में एक दिन भी प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं हो सका है।
मंगलवार, 3 अप्रैल 2018
संसद में लगातार 19 वें दिन भी नहीं हुआ काम
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