- गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित किया जावें
बांसवाडा-प्रतापगढ , पशुकु्ररता निवारण समिति के कार्यकारी सचिव रमेशचन्द्र शर्मा एडवोकेट एवं पतंजली योग समिति के मण्डल प्रभारी लोक अभियोजक तरूणदास बैरागी एवं विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त गौरक्षा प्रमुख भूवन मुकन्द पण्ड्या, ललीत कुमार एवं सुरजभानसिंह आदि गौरक्षको ने पतंजली योग समिति के योग ऋषि स्वामी रामदेव जी को भारत मंे गौहत्या के केन्द्रीय कानून बनाये जाने व गौहत्यारों को फंासी की सजा दिये जाने के मामले में एवं गौमाता को राष्ट्र माता घोषित किये जाने हेतु ज्ञापन पेश किया। पशुकु्ररता निवारण समिति के सचिव रमेशचन्द्र शर्मा ने बताया कि देश में प्रतिदिन लाखों गौवंश की निर्मम हत्या हो रही हैं एवं कुछ राज्यों में धर्म के नाम पर भी गाय की कुर्बानी दी जा रही हैं। जिसके लिये भारत सरकार केन्द्रीय कानून बनाये एवं उसमंे गौहत्या करने वालों के विरूद्ध फंासी की सजा का प्रावधान भारत सरकार के कृषि मन्त्रालय के मांस निर्यात बोर्ड को भंग किया जाकर देश में गौ मंत्रालय की स्थापना हो एवं संविधान के अनुच्छेद 48 के अनुसार राज्यों को गौरक्षा के लिये कानून बनाने का प्रावधान हैं परन्तु अभी तक सशक्त कानून नहीं होने से लाखो गौवंश की निर्मम हत्या हो रही हैं देश में जैविक खेती को बढावा देकर किसानों की आय को दूगुना करने के लिये बैल आधारित जैविक खेती का प्रयोग शुरू किया जावें एवं प्रत्येक जिलें मंे गौरक्षा टास्क फाॅर्स का गठन हो ताकि गौवंश की तस्करी रूके। देश में लगभग 4 करोड गौवंश बेसहारा सडको पर भूखा प्यासा भटक रहा हैं जिसके पालन हेतु पतंजली योग पीठ प्रत्येक जिले में गौ अभ्यारण्य बनाये जाने का स्वामी रामदेव जी से निवेदन किया हैं।
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