बेतिया. पश्चिमी चम्पारण में है बेतिया क्रिश्चियन क्वाटर्स. ईसाई का गढ़ रहा है बेतिया. यहां लोगों को शिक्षित करने की व्यवस्था ईसाई मिशनरियों ने कर रखा है. के.आर.हाई स्कूल और संत तरेसा हाई स्कूल है.हां, मिशनरियों ने किशोरियों की उच्च शिक्षा की व्यवस्था में शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र खोल रखे हैं. इसके कारण आसानी से सरकारी टीचर बन जाती हैं.वहीं किशोरो को लिए व्यवस्था नहीं की गयी है. खैर, पारिवारिक माहौल में ही पढ़ना और शिक्षित होना था. पिता बेनेडिक्ट अंथौनी व माता पूनम बेनेडिक्ट गुरूजी घर में ही थे. पिता मिशन स्कूल में और माता सरकारी टीचर. इसी माहौल में ढलकर राहुल ने हाई स्कूल फतह कर लिया. उच्च शिक्षा पटना में जाकर पूर्ण किये.यहां के संत जेवियर कॉलेज से बी.कॉम करने बाद बेतिया राहुल बेनेडिक्ट आ गये. बेतिया डायोस्सियन सोशल सर्विस सोसायटी (बीडीएसएसएस) नामक एनजीओ में 1साल कार्य किये. अकॉउंटेट पद पर थे. इसके बाद एनजीओ की नौकरी छोड़ दिये. 2016 में राहुल विश्व विख्यात एक्सआईएसएस, राँची में नामांकन एमबीए में करा लिया.दो साल की डिग्री कोर्स है. इस बीच नेशनल थर्मल पॉवर कॉर्पोरेशन में जाकर इंटर्नर्शीप किये.देखते ही देखते राहुल बेनेडिक्ट एमबीए उर्तीण हो गये. डिग्री व उपाधि वितरण समारोह में एक्सआईएसएस के निदेशक फादर एलेक्स एक्का के करकमलों से डिग्री प्राप्त किए. बता दे कि एक्सआईएसएस का क्रेज है कि कम्पनी और बैंक वाले मेघावी डिग्रीधारियों को प्लेसमेंट के माध्यम से हाथों-हाथ उठा लेते हैं. बेतिया निवासी राहुल को बैंक वाले चयन कर लिये. हर्ष की बात है कि उनको 23 अप्रैल से उत्कर्ष स्मॉल फाइनांस बैंक में अस्सिंटेट मैनेजर के पद पर कार्यभार ग्रहण करना है. इसके वाराणसी स्थित मुख्यालय में जाकर ट्रेनिंग लेंगे.
मंगलवार, 24 अप्रैल 2018
बिहार : अवसर को भूनाकर बढ़ता चला गया राहुल बेनेडिक्ट
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