पटना, 12 अप्रैल, संसद सत्र को बाधित किए जाने के विरोध में भाजपा सांसदों के राष्ट्रव्यापी उपवास के तहत बिहार के पटना, बक्सर, नवादा और उजियारपुर में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, अश्विनी चौबे, गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय ने आज उपवास रखा। पटना के गर्दनीबाग में आयोजित उक्त उपवास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह सवाल मुनासिब है कि वे आज उपवास पर क्यों बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वे आज जनता के बीच पीडा से आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि देश के 70 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि बजट जैसे महत्वपूर्ण सत्र में प्रधानमंत्री बोलते रहे और कांग्रेस के लोग उनका विरोध करते रहे। तीन तलाक विधेयक का राज्यसभा में विरोध किया गया। उन्होंने कांग्रेस से पूछा,‘‘ महत्वपूर्ण बजट सत्र को तो आपने चलने नहीं दिया पर क्या यह उम्मीद की जाए कि वे संसद का अगला सत्र चलने देंगे।’’ प्रसाद ने आरोप लगाया,‘‘ हम लोगों को अपना राजनीतिक विरोधी मानते हैं दुश्मन नहीं मानते हैं। कांग्रेस पार्टी के लोग आज से नहीं बल्कि जनसंघ के समय से ही हमें अपना दुश्मन मानते हैं। हमने कहा कि तुम दुश्मनी करो। हमारी तो सोच है कि दुश्मनी इतनी न करो किसी मोड पर मिल जाएं तो आंखों में शर्म आ जाए।’’ भाजपा नेता ने कहा कि गरीबों के लिए बैंकों में जगह नहीं थी लेकिन आज 31 करोड गरीबों के बैंकों में खाते खुले हैं। उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि वह दिल्ली से बिहार के गांव के लिए एक रूपया भेजते है और 15 पैसा पहुंचते है। नरेंद्र मोदी की सरकार में दिल्ली से गरीब के लिए एक हजार रूपये भेजा जाता है और उनके खाते में एक हजार रूपये ही पहुंचता है । यही तो है डिजिटल इंडिया । प्रसाद ने कहा कि अंबेडकर जयंती के अवसर पर आगामी 14 अप्रैल को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में डिजिटल इंडिया के माध्यम से साक्षर और सशक्त की गयी बिहार की 250 दलित बहनों को बुलाया गया है और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा । यह है बदलाव।हम अपने दलित भाई—बहनों का प्रयोग सिर्फ वोट के लिए नहीं बल्कि उन्हें आगे बढाने के लिए करते हैं। यह हमारी सोच है। यही सोच हमारी अल्पसंख्यकों के बारे में भी है। लेकिन ,एक बात साफ है कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गुरुवार, 12 अप्रैल 2018
बिहार में रविशंकर, गिरिराज ने उपवास रखा
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