सफलता की कहानी शासन की योजना मे लिया स्प्रिंकलर खेती बनी लाभ का धंधा
सीहोर जिले की बुधनी तहसील के ग्राम तालपुरा मे लगभग तीन एकड़ भूमि के कृषक श्री कमल बताते हैं कि मेरे पास सिंचाई के लिए एक पुराना कुंआ है जिसमें कम पानी रहता है। जिससे में पूरी फसल में सिंचाई नही कर पाता था तथा पानी अधिक बह जाता था। मुझे कृषि विभाग से विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त हुई तथा सिंचाई हेतु स्प्रिंकलर अनुदान पर प्राप्त करने के लिए आवेदन कार्यालय में जमा किया जिस पर मुझे 12,000/- रुपयें अनुदान प्राप्त हुआ तथा मेरे द्वारा स्प्रिंकलर सेट क्रय किया गया। अब कम पानी में मेरे पूरे खेत की सिंचाई हो जाती है तथा बिल्कुल पानी व्यर्थ नही बहता है और कुछ क्षेत्र में मैं अब तीसरी फसल मूंग की लगाकर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर रहा हूँ, जिससे मेरी आर्थिक स्थिति सुधरी एवं मुझे भरपूर लाभ मिला। में जिले के अन्य कृषकों से भी आग्रह करता हूँ कि शासन की इस योजना का लाभ प्राप्त कर जल संरक्षण एवं वैज्ञानिक सिंचाई द्वारा अधिक उत्पादन प्राप्त कर खेती को लाभ का धंधा बनाएं।
वाट्सएप एवं फेसबुक पर आपत्ति जनक संदेश, चित्रों, वीडियो एवं ऑडियो मैसेज पर होगी सख्त कार्यवाही
जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर श्री तरूण कुमार पिथोडे द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत सोशल मीडिया जैसे वाट्सएप, फेसबुक आदि के माध्यम से असामाजिक तत्वों द्वारा विभिन्न समुदायों के मध्य संघर्ष, वैमनस्यता तथा तरह तरह के आपत्ति जनक संदेश्, चित्रों, वीडियो एवं ऑडियो मैसेज पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस सिलसिले में जिला दंडाधिकारी द्वारा आदेश जारी कर दिए गए है। अब सोशल मीडिया पर कोई भी कोई व्यक्ति आपत्तिजनक संदेश एवं चित्रों व वीडियों एवं ऑडियो मैसेज प्रकाशित नही कर सकेगा। सोशल मीडिया पर कोई भी व्यक्ति धार्मिक, सामाजिक, व्यक्तिगत रूप से आपत्तिजनक व अश्लील संदेशों को प्रकाशित नहीं कर सकेगा। यह आदेश जारी होने की तिथि से आगामी एक माह तक प्रभावशील रहेगा। आदेश का उल्लंघन करने पर भा.द.वि.सं. की धारा 188 के तहत सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इसके साथ ही यह भी आदेशित किया गया है कि इस आदेश की सूचना ध्वनि विस्तारक यंत्र से जिला सीहोर के समस्त नगरीय निकायों, ग्राम पंचायत कार्यालयों के क्षेत्र में दी जाए तथा आदेश की प्रति कार्यालय के नोटिस बोर्ड, नगरीय निकायों, ग्रामीण पंचायत कार्यालय, पुलिस थानों एवं महत्वपूर्ण जगहों पर चस्पा की जाए।
गर्मी को देखते हुए लू से बचाव के उपाय करें
- म.प्र. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोगों को दी सलाह
वर्तमान में गर्मी के प्रकोप को देखते हुए म. प्र. राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मौसम विभाग व्दारा जारी चेतावनी के अनुसार नागरिकों को लू से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता बताई है तथा सभी लोगों से लू से बचाव तथा प्राथमिक उपचार के लिए सावधानियां बरतने को कहा है। इस सिलसिले में डिप्टी कलेक्टर सीहोर द्वारा जिले के समस्त कार्यालय प्रमुखों सहित जिले के समस्त अनुविभागीय अधिकारी, तहसीलदार, जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं मुख्य नगरपालिका सीहोर को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
लू से बचाव के उपाय
जिले के नागरिकों को सलाह दी जाती है कि गर्मी के दिनों में धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले कपडों का प्रयोग करें। बिना भोजन किये बाहर न निकले। भोजन करके एवं पानी पीकर ही बाहर निकलें। गर्मी के मौसम में गर्दन के पिछले भाग कान व सिर को गमछे या तौलिये से ढंककर ही धूप में निकलें। रंगीन चश्में व छतरी का उपयोग करें। गर्मी में हमेशा पानी अधिक मात्रा में पियें एवं पेय पदार्थों का अधिक से अधिक मात्रा में सेवन करें। जहां तक संभव हो ज्यादा समय तक धूप में खडे होकर व्यायाम, मेहनत और अन्य कार्य न करें। बहुत अधिक भीड घुटन भरे कमरों, रेल, बस आदि की यात्रा गर्मी के मौसम में अत्यावश्यक होने पर ही करें। यदि कोई व्यक्ति लू से प्रभावित होता है, तो उसका तत्काल प्राथमिक उपचार किया जाये। रोगी को तुरंत छायादार जगह पर कपडे ढीले कर लिटा दें एवं हवा करें। रोगी को होश में आने की दशा में प्याज का रस अथवा जौ का आटा भी ताप नियंत्रण हेतु मला जा सकता है। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिए यदि संभव हो तो उसे ठंडे पानी से स्नान करायें या उसके शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखकर पूरे शरीर को ढंक दें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहरायें जब तक शरीर का ताप कम नहीं हो जाता है।
स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण स्थाई समिति की बैठक संपन्न
स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण समिति की बैठक आज संपन्न हुई। बैठक में सभापति अध्यक्ष श्रीमती बबीता सिंह, सदस्य एवं समस्त प्रोग्राम के नोडल अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सभी नोडल अधिकारियों द्वारा अपने अपने प्रोग्राम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। मौसमी बीमारी हेतु जिले के प्रत्येक ग्राम में टीम गठित की गई जिसमें महिला एवं पुरूष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, आंगनवाडी कार्यरत रहेंगे। मलेरिया, चिकन एवं डेगू के लक्षण, निदान एवं उपचार तथा कुष्ठ रोग के बारे में सदस्यों को जानकारी दी गई। परिवार कल्याण के लक्ष्य एवं पूर्ति के बारे में बताया गया तथा छाया अन्तरा इंजेशन के बारे में जानकारी दी गई। बैठक में श्री अम्बाराम ने सुझाव दिया कि जहां परिवार कल्याण के शिविर का आयोजन किया जाता है वहां साफ सफाई, पंखे, गद्दे आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। प्रत्येक प्रसव पाइंट पर शिशुरोग विशेषज्ञ की व्यवस्था होना चाहिये तथा महिला के साथ ओटी में महिला का एक परिजन साथ होना चाहिए। डॉ अहिरवार ने बताया कि ओटी में चिकित्सक दल के अलावा अन्य बाहरी व्यक्तियों के होने से इन्फेसन का खतरा होता है। श्री अम्बाराम ने प्रस्ताव रख कि आष्टा से सीहोर रिफर हेतु दो एम्बुलेन्स की व्यवस्था की जाए। क्षय रोग के बारे में भी विस्तार से बताया गया। 11 अप्रैल,2018 से महिला स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ हो रहा है जिसके लिए डॉ. अहिरवार ने अधिक से अधिक महिलाओं को स्वास्थ्य शिविर से लाभ लेने की समझाईश दी।
पी.सी.व्ही. वैक्सीन का शुभारंभ
पी.सी.व्ही. वेक्सीन का शुभारंभ शनिवार 7 अप्रैल को स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आंगनवाडी केन्द्र 30 पर कर दिया गया है। शुभारंभ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीहोर डॉ. डी.आर. अहिरवार एवं पार्षद श्री इरशाद पहलवान द्वारा किया गया। इस अवसर पर टीकाकरण अधिकारी डॉ. एम.के.चन्देल, जिला मीडिया अधिकारी उषा अवस्थी सहित अन्य सहयोगी स्टाफ उपस्थित था। टीकाकरण का प्रथम डोज जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिलीप चौरासिया द्वारा दिया गया।
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