दुमका 08 अप्रैल, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज कहा कि दुमका में तैयार मयूराक्षी सिल्क के बेहतर मार्केटिंक से जल्द ही दुमका सिल्क सिटी के नाम जाना जायेगा। श्री दास यहां दुमका राजभवन मेें सिल्क से बने उत्पादों का अवलोकन के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आने वाले दिनों में दुमका मयूराक्षी सिल्क सिटी के नाम से प्रसिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि उद्यमी बोर्ड के तहत तसर बोर्ड का निर्माण किया गया है। इस तसर बोर्ड के माध्यम से मयूराक्षी सिल्क की मार्केटिंग की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश-विदेश में सिल्क के धागे की अधिक मांग है।सिल्क के धागे का निर्यात किया जा सकता हैं। उन्होंने मयूराक्षी सिल्की के लिए डिजाइनर की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि लोगों को हमेशा ही बेहतर उत्पाद पसंद आते हैं। महिलाओं के द्वारा पसंद किए जाने वाले रंग-बिरंगे एवं डिजाइनिंग कपड़ों की मांग की आपूर्ति डिजाइनरों द्वारा की जा सकेगी और उत्पादों को बड़ा एवं बेहतर बाजार उपलब्ध हो सकेगा। श्री दास ने मधुमक्खी पालन पर जोर देते हुए कहा कि राज्य के किसानों को मधु के उत्पादन से बहुत अधिक फायदा मिल रहा है। दुमका में मधु उत्पादन एवं उसके प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने लाह उत्पादन के सम्बन्ध में कहा कि झारखंड से भारी तादाद में लाह का निर्यात किया जाता है। झारखण्ड के लाह की अच्छे किस्म की चूड़ियां बनाई जा सकती है। इस कार्य में झारखण्ड के 100 सखी मंडलों को लगाया जायेगा। इससे रोजगार के नये रास्ते खुलेंगे। उन्होंने संताल परगना के विभिन्न पर्यटक स्थलों में हाट के माध्यम से यहां के कलाकारों द्वारा बनाये गये पत्थर, मिट्टी, लाह, लोहे एवं अन्य धातुओं से बने कलाकृति, आभूषण, मयूराक्षी सिल्क उत्पादन इत्यादि की प्रदर्शनी लगाने और इसकी मार्केटिंग करने पर जोर दिया। श्री दास ने सिल्क उत्पादन शुरू करने के लिए जिला प्रशासन के पहल की सराहना करते हुए कहा कि दुमका जिला प्रशासन की पहल से मयूराक्षी सिल्क ब्रांड नाम से शानदार उत्पाद लाए गए हैं। इसके लिए जिला प्रशासन निश्चित तौ पर बधाई की पात्र हैं। इससे यहां के लोगों को स्वरोजगार का नया अवसर मिलेगा।
सोमवार, 9 अप्रैल 2018
सिल्क सिटी के नाम से जाना जायेगा दुमका : रघुवर दास
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