जिला स्तरीय किसान सम्मेलन आज
मुख्यमंत्री कृषक समृद्वि योजनातंर्गत वर्ष 2016-17 में रबी गेहूं उपार्जन एवं खरीफ 2017 मंे धान उपार्जन पर दो सौ रूपए प्रति क्ंिवटल प्रोत्साहन राशि वितरण हेतु जिला स्तरीय किसान सम्मेलन का आयोजन सोमवार 16 अपै्रल को नवीन कृषि उपज मंडी मिर्जापुर विदिशा में पूर्वान्ह 11 बजे से आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान के द्वारा योजना का शुभांरभ शाजापुर जिले मंे किया जाएगा। जिसमें मुख्यमंत्री जी के भाषण का विदिशा जिले में भी लाइव प्रसारण के प्रबंध सुनिश्चित किए गए है। जिला स्तरीय किसान सम्मेलन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उद्यानिकी राज्यमंत्री श्री सूर्यप्रकाश मीणा होंगे तथा कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधायक सर्वश्री कल्याण सिंह ठाकुर, श्री वीर सिंह पवार, श्री गोवर्धन उपाध्याय, श्री निशंक जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री तोरण सिंह दांगी, नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन, काॅ-आपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री श्यामसुन्दर शर्मा, विदिशा कृषि उपज मंडी की अध्यक्ष श्रीमती मिथलेश संभरवाल और जिला पंचायत की कृषि स्थाई समिति की सभापति श्रीमती गीता सिंह विशिष्ट अतिथि होगी।
प्रोत्साहन राशि किसानो के खातों में दस जून को जमा कराई जाएगी
मुख्यमंत्री कृषक समृद्वि योजना में पंजीकृत किसान समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन कराते है तो उन्हें 265 रूपए प्रति क्ंिवटल प्रोत्साहन राशि उत्पादन की पात्रता की सीमा तक 26 मई तक प्रदेश के किसी भी मंडी में गेहंू बेचते है (चाहे किसी भी रेट पर बेचा गया हो यानि एमएसपी से नीचे या ऊपर बेचा गया हो) उस पर भी 265 रूपए प्रति क्ंिवटल प्रोत्साहन राशि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संबंधित किसानों के बैंक खातों मंें दस जून को जमा कराई जाएगी। मंडी में ऐेसे विक्रय करने वाले किसान भाई 26 मई से पहले अपनी उपार्जन पंजीयन पर्ची, आधार कार्ड की प्रतिलिपि और मंडी विक्रय के अभिलेख मंडी में जरूर जमा कराएं। मुख्यमंत्री कृषक समृद्वि योजना में पंजीकृत किसान एमएसपी पर चना, मसूर या सरसो का उपार्जन कराता है तो उन्हंें सौ रूपए प्रति क्ंिवटल प्रोत्साहन राशि और उत्पादन की पात्रता की सीमा दस अपै्रल से नौ जून के बीच प्रदेश की किसी भी मंडी में चना, मसूर या सरसों बेचता है तो उन्हें सौ रूपए प्रति क्ंिवटल प्रोत्साहन राशि राज्य सरकार द्वारा संबंधित किसानों के खातों में राशि जून माह में ही जमा कराई जाएगी। इसके लिए मंडी में विक्रय करने वाले किसानो को नौ जून से पहले अपनी उपार्जन पंजीयन पर्ची आधार कार्ड की प्रतिलिपि और मंडी विक्रय के अभिलेख मंडी में अनिवार्यतः जमा कराने होंगे।
चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन कार्य जारी
समर्थन मूल्य पर चना, मसूर एवं सरसों का उपार्जन कार्य जिले में जारी है। जिला आपूर्ति अधिकारी श्री मोहन मारू ने बताया कि अब तक 675 किसानों से 833 मैट्रिक टन चना, 393 किसानों से 336 मैट्रिक टन मसूर तथा दो किसानों से 25 मैट्रिक टन सरसों की खरीदी हुई है। इस प्रकार अब तक जिले के कुल 1070 किसानों से 1169 मैट्रिक टन चना, मसूर, सरसों की खरीदी की जा चुकी है। किसान भाईयों से प्रशासन द्वारा आग्रह किया गया कि एसएमएस प्राप्ति दिनांक को ही अपनी उपज विक्रय हेतु सूखाकर, छानकर उपार्जन केन्द्र पर लाएं ताकि किसी भी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पडे़।
“कांग्रेस में गलत नियुक्तियों का विरोध “
विदिशा, कांग्रेस के संगठन “असंगठित कामगार कांग्रेस “ में हाल ही में विदिशा जिले से की गयी नियुक्तियों का जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध भी प्रारंभ हो गया है I कांग्रेस कार्यकर्ता राकेश रघुवंशी ,व साथियों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि एक और जहाँ आगामी विधानसभा चुनाओ बिलकुल नजदीक है, जिसे जीतने के लिए पार्टी के बरिष्ठ नेता दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, वही विदिशा के कुछ नेता सिर्फ पार्टी में अपनी पकड़ बनाये रखने और राजनैतिक सौदेबाजी के लिए कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए, अपने ऐसे समर्थको की नियुक्तिया करवा रहे हैं जोकि उस पद के लिए बिलकुल भी उपयुक्त नहीं हैं , जैसे कि पार्टी के संगठन “असंगठित कामगार कांग्रेस “ में जो विदिशा –जिलाध्यक्ष के पद पर अजय कटारे की नियुक्ति हुई है, वो न तो इस वर्ग से आते हैं, आय कर दाता होने के साथ ही उनपर कई अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं , साथ ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष से अभद्रता –अनुशासन हीनता आदि के मामले में कांग्रेस से “निष्काषित” भी हैं I दुसरे जिले से जिन अतुल ठाकुर को प्रदेश समन्वयक बनाया गया है , वो बीजेपी से दमुआ के पूर्व-विधायक रहे झनकलाल ठाकुर जी के पुत्र है, एवं कांग्रेस से उनका कोई सम्बन्ध –कार्य –सदस्यता तक नहीं है , न ही इस वर्ग से ही आते है I तीसरे जिले से प्रदेश समन्वयक नियुक्त अंशुज शर्मा भी खुद जिले के बड़े किसान और , आयकर के बड़े वकील भी हैं , जोकि विगत दिनों पार्टी के एक बड़े नेता के खिलाफ भी पुतला-दहन तक कर चुके हैं I ऐसे व्यक्तियों को जोकि इस वर्ग से न तो संबंध रखते हैं, न ही उनके बीच कार्य करते हुए पर्याप्त योग्यता ही रखते हैं , स्थानीय –जमीनी कार्यकर्ताओं कि उपेक्षा करते हुए , सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए , उपरी नेतृत्व को गुमराह करते हुए जो नियुक्तिया कराई गयी हैं , उससे न सिर्फ जमीनी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटता है, बल्कि पार्टी का नुकसान भी होता है , अतः इन बीजेपी समर्थित / योग्य व्यक्तियों कि कराई गयी नियुक्तियों की शीर्ष नेतृत्व को जानकारी देते हुए , इन्हें निरस्त करने की मांग करते हैं I विरोधकर्ताओं में प्रमुख सर्वश्री दिनेश दांगी, सुमित पाल, अलोक सेन, धीरेन्द्र राजपूत, विशाल जैन, कपिल शर्मा , राजेश लोधी, सुनील अहिरवार, अशोक विश्वकर्मा , अलोक मालवीय ,इकरार खान आदि हैंI
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