मेडिकल कचरे का निष्पादन नहीं करने वाले अस्पतालों पर होगी कार्रवाई :सुशील मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 29 मई 2018

मेडिकल कचरे का निष्पादन नहीं करने वाले अस्पतालों पर होगी कार्रवाई :सुशील मोदी

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पटना 28 मई, बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज चेतावनी देते हुये कहा कि बायोमेडिकल कचरे का निष्पादन नहीं करने वालों अस्पतालाें के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। श्री मोदी ने यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से 784 करोड़ की 301 योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन के लिए आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी अस्पताल बायोमेडिकल कचरे का समुचित निष्पादन करें नहीं तो सरकार कार्रवाई के लिए बाध्य होगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने 24303 अस्पतालों के सर्वेक्षण के बाद 2038 को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि 10 बेड से ज्यादा के सरकारी अस्पतालों में सरकार 75 हजार रुपये से पांच लाख रुपये तक की लागत से ईटीपी लगायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार नर्सिंग काॅलेज, आई बैंक की स्थापना ही नहीं बल्कि मेडिकल कचरे के निष्पादन को लेकर भी सचेत है। 

श्री मोदी ने कहा कि पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर में काॅमन बायोमेडिकल वेस्ट ट्रीटमेंट की सुविधा है। पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच), कटिहार और किशनगंज में भी इंसीलेटर की व्यवस्था की गयी है। फिलहाल 16 टन कचरा निष्पादन की इसकी क्षमता है। शीघ्र ही गया में एक ट्रीटमेंट प्लांट प्रारंभ हो जाने से क्षमता बढ़कर 22 टन हो जायेगी। उन्होंने कहा कि अभी आठ टन बायोमेडिकल कचरे का प्रतिदिन निष्पादन होता है जबकि 20 टन कचरे को चैराहे या नदियों में फेंक दिया जाता है। उन्होंने अपील करते हुये कहा कि निजी क्षेत्र के अस्पताल जहां-तहां कचरा न फेंके वरना उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक कचरा भी गंभीर रूप से स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। माइक्रोओवेन, मोबाइल और पुरानी टीवी में हैवी मेटल और लीड होते हैं, जो ग्राउंड वाटर तक को प्रभावित करता है। बिहार में नौ करोड़ मोबाइल सेट हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्राॅनिक सामग्री बनाने वाली कम्पनी की यह जवाबदेही है कि वह अपना एक सेंटर खोलकर इलेक्ट्राॅनिक कचरे को इकट्ठा करें। श्री मोदी ने कहा कि सात मेडिकल काॅलेजों में आई बैंक का शिलान्यास हुआ है। एक करोड़ 18 लाख की लागत से उपकरण भी लगाये जायेंगे। देश के किसी राज्य में इतनी संख्या में आई बैंक नहीं है, अब नेत्रदान के लिए भी लोगों को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के 65 साल बाद भी बिहार में एक नर्सिंग काॅलेज नहीं था। केरल की नर्स यहां के अस्पतालों में काम करती थी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच) में नवनिर्मित नर्सिंग काॅलेज का आज उद्घाटन हुआ है। 26 करोड़ रुपये की लागत से सात मेडिकल काॅलेज में नर्सिंग काॅलेज का निर्माण कार्य जारी है, शेष आठ में भी शीघ्र प्रारंभ हो जायेगा। 

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