- 51 सदस्यीय एआईएसएफ की जिला परिषद पुनर्गठित
पटना:-ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन(Aisf)का पटना जिला कन्वेंशन आज कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आर्ट्स एंड साइंस में सम्पन्न हुआ।कन्वेंशन में छात्रहितों के मसलों को लेकर संघर्ष तेज करने का आहवान किया गया।कन्वेंशन के अंत में सर्वसम्मति से 51 सदस्यीय जिला परिषद पुनर्गठित की गई।जिसमें अक्षय कुमार को जिला अध्यक्ष,जन्मेजय कुमार को जिलासचिव,मीर सैफ अली,भाग्य भारती एवं रोमा कुमारी को जिला उपाध्यक्ष,अनुष्का आर्या एवं अभिषेक राज को जिला सह सचिव और विकास कुमार को जिला कोषाध्यक्ष चुना गया। कन्वेंशन को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने कहा कि पुनः मगध विश्वविद्यालय का शैक्षणिक सत्र पीछे हो गया है।हर वर्ष परीक्षाफल में गड़बड़ी जानबूझकर करने वाला रैकेट सक्रिय हो जाता है।राजभवन और सरकार और सरकार चुप्पी तोड़े।उन्होंने एआईएसएफ के साथियों से संघर्ष का आहवान करते हुए पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय निर्माण को एआईएसएफ के संघर्षों की देन बताया।पटना विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की प्राध्यापिका प्रोफेसर डेजी नारायण ने कहा कि विश्वविद्यालय से प्रतिरोध की आवाज हमेशा से उठती रही है।इसी कारण शासक वर्ग द्वारा विश्वविद्यालय पर हमले की कोशिशें तेज रहती है।उन्होंने कहा कि बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से पटना विश्वविद्यालय को तहस नहस करने की कोशिश जारी है।इसी के तहत इंजीनियरिंग कॉलेज,मेडिकल कॉलेज के बाद अब पटना वीमेंस कॉलेज को अलग किया गया।एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र नाथ रॉय ने कहा कि एआईएसएफ राष्ट्रवाद के लिए लड़ते आया है,लेकिन फर्जी राष्ट्रवादी ऊपरी तौर पर तिरंगा प्रेम दिखाते हैं और अंदरूनी तौर पर तिरंगा के प्रति कोई स्नेह नहीं रहता है।राज्य सचिव सुशील कुमार ने कन्वेंशन उद्घाटन करते हुए कहा कि संघर्षों की लौ को अंतिम मुकाम पर पहुंचाने के एआईएसएफ जाना जाता रहा है।एआईएसएफ के कमजोर होने से छात्र आंदोलन का कमजोर होना तय है।राजीव रंजन, सुधा कुमारी एवं राहुल कुमार ने संयुक्त तौर पर अध्यक्षता की।वहीं कार्यप्रतिवेदन निवर्तमान जिला सचिव सुशील उमाराज ने रखा।कन्वेंशन में सर्वसम्मति से राहुल कुमार,मुकेश कुमार, मीसा भारती,राकेश प्रसाद,तौसीक आलम,अफरोज आलम,सुभाष पासवान,अमित कुमार, राजीव रंजन,सुशील उमाराज, सुधा कुमारी एवं बिट्टु कुमार को जिला कार्यकारिणी में चुना गया।
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