- पटना पुलिस और दीद्या थाने की पुलिस के पास गेंद, शातिर दिमाग वालों को धर दबोचे पुलिस
पटना.इन मासूम चेहरे को गौर से देखे.जरूर ही मासूम सा दिख रहे हैं. मगर यह चेहरा भरोसे लायक नहीं है.इसने कई लोगों को लूटा है.विश्वास करने वाले लोगों के साथ विश्वासद्यात किया है.खुद ही ए.टी.एम.कार्ड बदलकर ठगी की है और दूसरों पर तौहमत जड़ दिया है.ऐसे ही शातिर दिमाग वाले गिरोह का उद्भेदन सी.सी.कैमरा से हुआ है. इसकी पहचान पीड़िता ने कर ली है. बताते चले कि शातिर दिमाग वाले बिना गार्ड के व सी.सी.कैमरा के सहारे ए. टी. एम. सेंटर चल रहा है.वहीं पर गिद्ध की तरह नजर जमा लेते हैं.जैसे ही सेंटर में शख्स का प्रवेश होता है.शातिर दिमाग वाले सक्रिय हो जाते हैं. ए.टी.एम.कार्ड से राशि निकालने में शख्स के द्वारा दिक्कत होने पर फरेबी सहयोग करना शुरू कर देते हैं. सहयोग करते समय ही हाथ की सफाई भी कर देते हैं. शख्स का ए .टी.एम.कार्ड लेकर बदले में दूसरा ए.टी.एम.कार्ड थमा देते हैं. जबतक जानकारी होती है तबतक शातिर दिमाग वाले खाता से राशि निकाल देते हैं.मनमौजी ढंग से राशि निकालते हैं.खुद पर संदेह न हो तो शातिर दिमाग वाले अन्य वंदे के खाता को गुनाहगार बना देते हैं.जबकि उनलोगों ने वंदे का भी ए.टी.एम.कार्ड बदलकर रख दिया है.और तो और वंदे के ही खाते से शातिर लोग आय-व्यय करने लगते हैं.ऐसा करके एक-दूसरे पर संदेह के बीज बो देते हैं.दोनों की ओर एफ. आई. आर. दर्ज भी कर दिया जाता है.शातिर दिमाग वालों के कारण ए.टी.एम.कार्डधारक परेशान हैं.जिसका कार्ड बदलकर शातिर लोग खाता को गुनाहगार कर दिया है उनका जीना मुहाल हो गया है. खैर, अंजनी कुमारी है.जिनका पिताजी का नाम शिवचंद्र प्रसाद है.ग्राम रामजीचक,थाना दीद्या की निवासी हूं.दिनांक 30.3.2018 को सुबह 10:30 बजे कुर्जी स्टेट बैंक के ब्रांच के ए.टी.एम.सेंटर से एकाउंट्स नम्बर-35819858074 से राशि निकालने गयी.ए.टी.एम.कार्ड से राशि निकालने का प्रयास कर रही थीं कि लड़का आया और सहायता करने लगा.इतने में मेरे हाथ में दूसरा ए.टी.एम.कार्ड थमा दिया. 04. 04. 2018 को पैसा निकालने गयी तो मेरे खाता में एक भी पैसा नहीं था.कुल 60000 हजार रू.निकाल लिया.दीद्या थाना में 04.04.2018 को मामला दर्ज करायें.जो 55 दिनों के बाद सी.सी.कैमरा खंगालने से उद्भेदन हुआ.
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