बिहार : मक्का किसानों से वादाखिलाफी कर रही है सरकार: माले - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 29 मई 2018

बिहार : मक्का किसानों से वादाखिलाफी कर रही है सरकार: माले

  • इवीएम की जगह बैलेट से चुनाव कराया जाए, दरभंगा में माले नेता अशोक पासवान की गिरफ्तारी निंदनीय.

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पटना 29 मई 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि मक्का किसानों के साथ बिहार सरकार वादाखिलाफी कर रही है और अपने ही वादे को पूरा नहीं कर रही है. 2016 में सरकार ने मक्का किसानों को 1525 रु. प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य देने की घोषणा की थी, लेकिन उसे कभी लागू नहीं किया. मक्का के उत्पादन में प्रति क्विंटल 1000 रु. का खर्च आता है. विगत वर्ष मक्का किसान 13 से 14 सौ रुपये प्रति क्विंटल मक्का बेचने को मजबूर हुए थे, लेकिन इस बार तो किसानों को एक हजार रु. प्रति क्विंटल की दर से ही अपनी फसल बेचनी पड़ रही है. यह किसानों के साथ सरासर अन्याय है. एक तरफ मक्का का लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा तो, दूसरी ओर पूरे बिहार में मक्का किसान फसल में दाना नहीं आने से भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. शिवहर से लेकर राज्य के अन्य जिलों में दाना नहीं आने के कारण निराश किसानों की आत्महत्या की खबरें भी सामने आईं, लेकिन सरकार पर कोई असर नहीं पड़ा. खुद कृषि विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के 14 जिलों के लगभग 1 लाख से ज्यादा किसानों की 58088.68 हेक्टेयर (करीब 60 हजार हेक्टेयर) की फसल मारी गई है. लेकिन जिस प्रकार बाढ़ से हुए भयानक नुकसान का अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला, इस मामले में भी सरकार की ओर से किसानों को कोई राहत नहीं मिली है. इसके खिलाफ आज दिनांक 29 मई 2018 को पूर्णिया जिला मुख्यालय पर अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से धरना दिया गया. जिसमें मक्का का समर्थन मूल्य 2000 रु. करने, किसानों का कर्ज माफ करने आदि सवाल उठाए गए. धरना की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता इस्लामुद्दीन तथा संचालन अविनाश पासवान ने किया. धरना को कामरेड चंद किशोर शर्मा, वासुदेव शर्मा, जमुना प्रसाद मुर्मू, नित्यांदन ऋषिदेव, हरिलाल पासवान, चंदेश्वरी ऋषिदेव, विन्देश्वरी शर्मा आदि नेताओं ने किया.

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