बिहार : आपसी सिरफुटव्वल से बचने के लिये चाहते हैं महादलित सीमांकन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 23 मई 2018

बिहार : आपसी सिरफुटव्वल से बचने के लिये चाहते हैं महादलित सीमांकन

  • इंदिरा आवास योजना से निर्मित मकान त्यागने को तैयार, लागत दे दें नहीं तो ईट निकाल लेंगे

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बकिया,(समेली).जन संगठन है एकता परिषद.यह देश-विदेश-प्रदेशों में जल, जंगल और जमीन के मुद्धे पर कार्यरत है. इस तरह का मुद्धा कटिहार जिले में व्याप्त है. इसके आलोक में प्रगति ग्रामीण विकास समिति ने जिले के समेली व कुर्सेला प्रखंड के दस-दस गांवों में  कार्य करने का निश्चय  किया है. प्रखंड समेली के कार्यकर्ता हैं राजकुमार भारती.इनके जिम्मे 3 पंचायत के 10 गांव है. मलहरिया पंचायत के मलहरिया,भरेली,खोटा और बखरी.छोहार पंचायत के छोहार ,मोहजान,मदरसा और कुसियारी. डूमर पंचायत के बकिया और डूमर गांव. बकिया पश्चिमी मुसहरी टोला की शीतल ऋषि की पत्नी चम्पा देवी ने कहा कि सरकार के द्वारा सवा एकड़ जमीन मिली है.जिन 5 व्यक्तियों को जमीन मिली है उनका जमीन पर दखल और तो और जमीन का रसीद भी कटता है.मगर दुर्भाग्य से जमीन का सीमांकन नहीं होने से पांचों के बीच सिरफुटव्वल की नौबत बनी रहती है.  प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यकर्ता को चम्पा देवी ने बताया कि चानो ऋषि,झपटलाल ऋषि, सहदेव ऋषि,डोमन ऋषि और नेवी ऋषि को जमीन मिली है.वार्ड नम्बर-12 के वार्ड सदस्य बहादुर ऋषि और कार्यकर्ता पर्चाधारियों से मिलकर जमीन के महत्व के बारे में व आपसी संर्द्यष न करने के बारे में समझाया.इसका सकारात्मक परिणाम सामने आया है.सीमांकन के लिए आवेदन तैयार किया जा रहा है.इस जमीन पर झपटलाल ऋषि के पुत्र शीतल ऋषि और चम्पा देवी के नाम से इंदिरा आवास योजना से मकान निर्माण है.बंटवारा में निर्मित मकान नहीं मिलता है तो उसे त्यागने को तैयार है.वहीं जिनको निर्मित मकान मिलता है तो लागत मूल्य दे देंगे तो ठीक है नहीं तो मकान तोड़कर ईट ले जाएंगे.सरकारी नियमानुसार इंदिरा आवास योजना से दुबारा राशि मिलना असंभव.

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