बिहार : दिव्यांग नन्दू कुमार ऋषि को चाहिए थ्री व्हीलर, नितीश ध्यान दें - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 29 मई 2018

बिहार : दिव्यांग नन्दू कुमार ऋषि को चाहिए थ्री व्हीलर, नितीश ध्यान दें

  • लखन कुमार नामक दोस्त की साइकिल पर बैठकर स्कूल जाता
  • परिवार का भरण-पोषण करने में लखन जुड़ा, दोस्त को स्कूल जाना बंद 

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कुर्सेला.यह दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे. हां, जिगरी दोस्त हैं नन्दू कुमार ऋषि और लखन कुमार.जन्मजात दिव्यांग हैं नन्दू कुमार.वह पढ़ता भी है.वहीं सामान्य व्यक्ति है लखन कुमार. वह पढ़ता नहीं है.उसके पास साइकिल है और साइकिल चलाता भी है.वह साइकिल पर बैठाकर स्कूल ले जाता और द्यर भी ले आता है.दोनों दोस्त मिलकर खुब मस्ती और धमाल किया करते.दोनों का द्यर बल्थी महेशपुर मुसहरी में है.जो वार्ड नम्बर-8 में पड़ता है. प्रगति ग्रामीण विकास समिति के द्वारा बल्थी महेशपुर मुसहरी में आजीविका और सर्वागीण विकास के क्षेत्र में कार्य किया जाता है.यहां पर बिगो ऋषि और लीला देवी रहते हैं.इनके 10 बच्चे हैं.7 लड़के और 3 लड़कियां. मैट्रिक पास हैं  लालमोहन कुमार.नन्दू कुमार ऋषि 9 वीं कक्षा में हैं.रवि कुमार 5 वीं कक्षा में अध्ययन हैं.परिवार में नन्दू कुमार ही दिव्यांग है.उसका विकलांगता प्रमाण पत्र 15 जून 1999 को बना. जब वह द्वितीय श्रेणी में पढ़ता था.   90 प्रतिशत तक विकलांग हैं.इस प्रमाण पत्र के आलोक में 01जनवरी 2012  में नि:शक्तता सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिलने लगा.  कुर्सेला रेलवे लाइन के बगल में है तिनधरियां.यहीं पर है अयोध्या प्रसाद उच्च विद्यालय.इसी स्कूल में नन्दू कुमार ऋषि 9 वीं कक्षा में पढ़ता है. बल्थी महेशपुर मुसहरी से स्कूल की दूरी ढाई किलोमीटर है.लखन कुमार दोस्ती के नाम पर दिव्यांग को साइकिल पर बैठाकर स्कूल ले जाता और द्यर पहुंचा देता.नन्दू कहा करता था कि लखन आप भी पढ़ना शुरू कर दें.मगर वह माना नहीं. केवल वह कई सालों से सामाजिक कार्यकर्ताओं को चुनौती देते ही रह गया.जो सेवा के नाम पर मेवा खा रहे हैं. दिव्यांग नन्दू कहते हैं कि अपने परिवार के सदस्यों के लालन-पालन करने में लखन कुमार जुड़ गया. इसका परिणाम निकला कि वह साइकिल से स्कूल ले जाना और ले आना बंद कर दिया. 9 वीं कक्षा से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. इसके 2018 में मैट्रिक की परीक्षा नहीं दें.वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर पाये. विधायक गोपाल यादव व मुखिया मनीष कुमार सिंह के पास दौड़ लगाकर थ्री व्हीलर ( तिनपहिया वाहन ) दिलवाने का आग्रह करते रहे.जो अाजतक सफल नहीं हो सका. आज प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कार्यकर्ता द्वारा लिखित आवेदन लेकर गये.बी.डी.ओ.कुर्सेला के बड़ा बाबू थ्री व्हीलर की मांग करने वाले आवेदन पढ़े.बड़ा बाबू कहे कि प्रपत्र में आवेदन देना है.आय प्रमाण पत्र, विकलांगता प्रमाण पत्र,आधार कार्ड और एक फोटो देना होगा.प्रपत्र के लिये तीन द्यंटे इंतजार करना पड़ा. दिव्यांग ने  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया है कि तत्काल थ्री व्हीलर उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करें ताकि फिर से स्कूल जाना शुरू कर दें.किसी पर आश्रित नहीं खुद्दार बनना चाहता हूं.कोई 'पर' लगा दें..जिससे उड़ना शुरू कर दूं.

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