दरभंगा (आर्यावर्त डेस्क) 29 मई, समाजशास्त्र विभाग में आयोजित राष्ट्रीय सेमीनार के प्रथम तकनीकी सत्र का उद्घाटन करते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वरीय आचार्य प्रो जयकान्त तिवारी ने कहा कि नारी सशक्तिकरण विषय पर संगोष्ठी आयोजित कर विश्वविद्यालय समाज शास्त्र विभाग ने अपनी सार्थकता सिद्ध कर दिया, उनके अनुसार सशक्तिकरण समन्वय पर आधारित होनी चाहिए। वक्ताओं ने अपनी ओजस्वी वाणी से विद्यार्थियों को आकर्षित किया तथा नारी सशक्तिकरण के विभिन्न पहलुओं पर सोचने पर मजबूर किया। श्री वैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा की नारी सशक्तिकरण तभी पूर्ण होगा जब लोकसभा और राज्यसभा में माननीय प्रधान मंत्री मोदीजी 50% आरक्षण महिलाओं को दें जो कि बिहार में माननीय मुख्यमंत्री ने कर के रास्ता प्रशस्त कर दिया है। प्रो कल्पना सिंह ने नारी सशक्तिकरण में मधुबनी पेंटिंग की भूमिका की अहमियत के विषय पर रोशनी डाली। मंच संचालन प्रो श्री मती पुतुल सिंह ने काफी प्रभावशाली ढंग से किया। विश्वविद्यालय के छात्रा यास्मीन आरा, मोनी कुमारी और छात्र संजीव कुमार ने भी अपना आलेख रखा तथा यास्मीन और मोनी कुमारी ने कहा सशक्तिकरण की जरूरत महिलाओं को क्यों है इसके लिये कहीं न कही परिवार जिम्मेदार है। इस सत्र की अध्यक्षता बिहार विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह ने किया। श्रीमती पुतुल सिंह ने सत्र की समीक्षा प्रस्तुत की। संगोष्ठी में प्रो देब नाथ पाठक, प्रो अनिल सिंह झा उपस्थित थे।
बुधवार, 30 मई 2018
दरभंगा : समाजशास्त्र विभाग ने अपनी सार्थकता सिद्ध कर दिया : प्रो जयकान्त तिवारी
Tags
# दरभंगा
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें