- 20 हजार में निर्मित वाले मकान जर्जर, बल्थी मुसहरी में है बाल्टीभर समस्या
कुर्सेला.कटिहार जिले में है कुर्सेला प्रखंड. इस प्रखंड में है बल्थी महेशपुर ग्राम पंचायत.इस पंचायत के मुखिया है मनीष कुमार सिंह.यह मुसहरी वार्ड नम्बर-8 में हैं.वार्ड सदस्या हैं तेतरी देवी. इस मुसहरी में 500 घर है.जनसंख्या करीब 2200 है.यहां पर 3 मैट्रिक पास हैं. जो इस प्रकार हैं लालमोहन कुमार, अमीर कुमार और खुशबू कुमारी हैं. आज बल्थी महेशपुर मुसहरी में बैठक कर बल्थी महेशपुर संद्यर्ष समिति गठित की गयी. सर्वसम्मति से इसकी अध्यक्ष अमली देवी,सचिव सुरेश ऋषि और कोषाध्यक्ष रामजी ऋषि चुने गये. तीनों पदधारी कहते हैं कि बल्थी मुसहरी में बाल्टीभर है समस्या. गठित समिति के कार्यसमित सदस्य हैं अखिलेश कुमार ऋषि,जयमाला देवी,कृष्णा कुमार,शोभा देवी,गागों कुमार,राजेश कुमार,मुकेश कुमार, मंगला कुमार,जुगली कुमार,विजय कुमार, सुनीता देवी और मंगला कुमार. वर्ष 1983 में ग्रामीण भूमिहीन रोजगार गारंटी कार्यक्रम के तहत मकान बना है.जो 35 साल के अंदर जर्जर हो गया है.उसी जर्जर मकान में मुसहर समुदाय कष्ट से रहते हैं. वर्षाकाल में छत चूता भी है.उक्त समिति की अध्यक्ष अमली देवी ने सी. एम.नीतीश कुमार से मांग की है कि राष्ट्रीय भूमिहीन रोजगार गारंटी कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम के तहत निर्मित मकान जर्जर हो गया है. उसको तोड़कर उसके बदले में उसी जमीन पर इंदिरा आवास योजना से मकान निर्माण किया जायं. आगे अध्यक्ष अमली देवी कहती हैं कि 100 से अधिक संख्या में महादलित आवासीय भूमिहीन हैं. कुर्सेला प्रखंड के सी.ओ.साहब को आवासीय भूमिहीनों की सूची व आवेदन पेश किया गया.10 साल गुजर गया. कई सी.ओ.आए और चले गए.पर महादलितों को जमीन नहीं मिली.अध्यक्ष अमली देवी के अनुसार सी. ओ. साहब करते हैं कि पहले गंगा नदी से कटाव पीड़ितों को जमीन देंगे.तब जाकर महादलितों को देंगे.इस पेच में महादलित फंसकर छटपटा रहे हैं. तीन डिसमिल जमीन देने की मांग की है. यहां के लोग खेतिहर मजदूर हैं. असमान मजदूरी देते हैं किसान.मर्द को ढाई सौ और महिलाओं को 100 रू.देते हैं. कई परिवार पशुपालक हैं.साल में ज्येठ माह में आकर दवा-दारू देकर चला जाता है.इसके बाद दर्शन भी नहीं होता है.यहां के यलो ऋषि कहते हैं कि मनरेगा में 200 मजदूरी मिलती है. मेरा बेटा अरूण कुमार ऋषि को काम करवाकर मजदूरी नहीं देता है. समिति के सचिव सुरेश ऋषि ने कहा कि सी.एम.के सात निश्चय के तहत 'हर द्यर नल का जल' उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जलापूर्ति केंद्र स्थापित है.एक साल से बनकर तैयार है, वहीं मुसहरी में पाइप संयोजन भी कर दिया गया है.मगर उत्तम मुर्हुत नहीं होने के कारण जलापूर्ति केंद्र को चालू नहीं किया जा रहा है.फिलवक्त सफेद हाथी बन गया है. यहां नाला निर्माण करने की जरूरत है.नाला निर्माण होने से मुसहरी में जलजमाव व गंदगी नहीं होगी. बिगो ऋषि और लीला देवी के नन्दू कुमार दिव्यांग हैं.90 प्रतिशत विकलांता हैं.जब 1999 में द्वितीय क्लास में पढ़ते थे.इसके बाद 1.1.2012 को नि:शक्तता सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृति की गयी.अभी नन्दू कुमार नौवीं कक्षा में पढ़ते हैं.व्हीलचेयर नहीं रहने के कारण वह पढ़ाई छोड़ दी है.वह कहता है कि व्हीलचेयर मिल जाएगा तो पढ़ाई जारी कर देगा.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें