पटना 28 जून, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने भागलपुर जिले में करोड़ों रुपये के सृजन घोटाला मामले में वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी की बहन और भतीजी के बैंक खाते में करोड़ों रुपये की लेन देन का प्रमाण देकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से सवाल किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और श्री मोदी की जानकारी में यह सब हुआ तो इन दोनों से ब्यूरो क्यों पूछताछ नहीं कर रही है। श्री यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर आज अपने ट्वीट में गैर सरकारी संगठन सृजन महिला विकास सहयोग समिति के इंडियन बैंक खाते से बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की बहन रेखा मोदी और उनकी भतीजी उर्वशी मोदी के खाते में करोड़ों रुपये की लेन देन का दस्तावेजी प्रमाण पोस्ट करते हुये कहा, “सृजन घोटाले में श्रीमती रेखा मोदी और उर्वशी मोदी के खाते में करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है और यह उसका प्रमाण है। मुख्यमंत्री श्री कुमार और उप मुख्यमंत्री श्री मोदी की इस घोटाले में प्रत्यक्ष संलिप्तता है लेकिन सीबीआई इन दोनों से पूछताछ क्यों नहीं कर रही है।”
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुये कहा, “उप मुख्यमंत्री श्री मोदी की देखरेख में 2500 करोड़ रुपये की सरकारी राशि की लूट हुई है और इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी थी।” उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इस घोटाले को लेकर संजीत कुमार की शिकायत का सत्यापन करने के बाद रिजर्व बैंक और केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कार्रवाई करने के लिए राज्य सरकार को पत्र लिखा लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। श्री यादव ने कहा, “मैं इसका प्रमाणा दे रहा हूं कि मुख्यमंत्री श्री कुमार को इस घोटाले की जानकारी थी लेकिन उन्होंने अपनी आंखें बंद रखी और इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने सरकारी राशि की लूट की अनुमति दी। श्री कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के नेता इस मामले में संलिप्त हैं।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “मैं सरकारी खजाने के लूट और भ्रष्टाचार विरोधी मीडिया संस्थानों से आग्रह करता हूं कि वे सृजन घोटाला मामले की छानबीन कर निष्पक्ष रिपोर्ट प्रकाशित और प्रसारित करें। हजार करोड़ रुपये के इस घोटाले में मुख्यमंत्री श्री कुमार, उप मुख्यमंत्री श्री मोदी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जदयू के मंत्री और नेताओं की प्रत्यक्ष संलिप्तता के पुख्ता प्रमाण हैं।” उन्होंने आरोप लगाते हुये कहा कि राज्य की आर्थिक अपराध इकाई (ईओडब्ल्यू) ने घोटाले से संबंधित दस्तावेज की फेरबदल की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें